दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ने दिल्ली में नारा दिया था कि जहां झुग्गी, वहीं मकान. आम आदमी पार्टी ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए दिल्ली में लाखों लोगों को मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का फोटो लगा हुआ एक सर्टिफिकेट भी दे दिया था, जिसमें लिखा हुआ था, जहां झुग्गी, वहीं मकान और ये लोगों से वादा किया था कि जिसके पास ये सर्टिफिकेट होगा, उसको दिल्ली में दोबारा से सरकार बनने पर मकान दिया जाएगा. लेकिन सरकार बनने के बाद ये वादे ठंढे बस्ते में चली गई. इसके बावजूद दिल्ली के झुग्गी वाले इस सर्टिफिकेट को आज भी संजोकर रखे हुए हैं.
साउथ दिल्ली का वसंतकुंज एन्क्लेव, ये पिछले कुछ सालों में नया बसा है. इसी कॉलोनी के पीछे सैकड़ों की तादाद में झुग्गियां हैं और ठीक झुग्गी के पीछे फॉरेस्ट का इलाका है. यहां के झुग्गी में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे यहां सालों से रह रहे हैं. दिल्ली में इलेक्शन के समय उन्हें भी दिल्ली सरकार ने सर्टिफिकेट दिया था और वादा किया था कि उन्हें मकान दिया जाएगा. लेकिन मकान तो आज तक नहीं मिला, पर फॉरेस्ट विभाग का बुलडोजर उनकी झुग्गी तोड़ने जरूर आ गया.
यहां के लोगों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से फॉरेस्ट का बुलडोजर आकर उनकी झुग्गियां तोड़ रही है, जबकि उनके पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर है. आज फिर जब फॉरेस्ट विभाग का बुलडोजर झुग्गियों को तोड़ने पहुंचा तो पूर्वांचल महा संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशु चौहान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे और झुग्गी तोड़ने आए बुलडोजर का विरोध किया और फोन से कई अधिकारियों से बात कर बुलडोजर चलने से रुकवा दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार जिसके दम पर दोबारा सत्ता में आई. आज उसी का आशियाना तोड़ रही है. सरकार इस तरह की कार्रवाई बंद करें, अन्यथा पूर्वांचल महासंघ विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक का घेराव करेगी. फिलहाल, आज के विरोध के बाद बुलडोजर की कार्रवाई रुक गई है. लेकिन देखने वाली बात ये होगी कि कब तक ये बुलडोजर रुकी रही है.
Source : News Nation Bureau