रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए दिलीप सिंह ने अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर भारत को अपरोक्ष रूप से धमकी दी थी. इसकी कड़ी प्रतिक्रिया कूटनीतिक स्तर से मोदी सरकार के स्तर पर दी गई. हालांकि इसका आमजन में भी गलत संदेश गया. संभवतः यही बात है कि कुछ अज्ञात लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी में अमेरिकी दूतावास के बाहर एक पोस्टर चिपकाया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी.
पोस्टर में लिखा था, 'अविश्वसनीय बाइडेन प्रशासन, भारत को धमकाना बंद करो, हमें तुम्हारी जरूरत नहीं है... अमेरिका को चीन के खिलाफ भारत की जरूरत है. हमें अपने सभी अनुशासित और बहादुर भारतीय बलों पर गर्व है. जय जवान जय भारत.' पुलिस उपायुक्त अमृता गुगुलोथ ने कहा कि शुक्रवार रात करीब 10.15 बजे हमें उक्त घटना के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने दिल्ली संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम की धारा 3 (संपत्ति के विरूपण के लिए जुर्माना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की.
डीपीडीपी अधिनियम की धारा 3 के अनुसार, जो कोई भी सार्वजनिक रूप से किसी संपत्ति को स्याही, चाक, पेंट या किसी अन्य सामग्री के साथ लिखकर या चिह्न्ति करके किसी संपत्ति के मालिक या कब्जे वाले के नाम और पते को इंगित करने के उद्देश्य से विरूपित करता है, उसके लिए एक वर्ष के कारावास की सजा या जुर्माने के तौर पर पचास हजार रुपये या दोनों भी हो सकता है. डीसीपी ने आगे बताया कि अपराधी को पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी की जा रही है.
अमेरिकी दूतावास के गेट नंबर 7 के पास लगे साइन बोर्ड पर लगे पोस्टर के ऊपर हिंदू सेना का लोगो था. संगठन ने ट्विटर के जरिए भी इसकी पुष्टि की. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दो पोस्टर ट्वीट किए, जिनमें से एक वही था जो अमेरिकी दूतावास के बाहर चिपकाया गया था, जबकि दूसरे ने भारतीय अमेरिकियों से 'लोकतांत्रिक युद्धों' का समर्थन बंद करने का आग्रह किया.
HIGHLIGHTS
- पोस्टर पर हिंदू सेना का लोगो
- पुलिस ने किया मामला दर्ज