भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने यात्रियों की कम संख्या और कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के मद्देनजर 20 से 31 मार्च के बीच चलने वाली 90 ट्रेनें रद्द कर दी हैं. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही रद्द की गईं ट्रेनों की संख्या बढ़कर 245 हो गई है. इससे पहले बृहस्पतिवार को रेलवे ने 84 ट्रेंने रद्द करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के चलते 155 ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं. सूत्रों ने कहा, जिन लोगों ने इन ट्रेनों में टिकट बुक कराए थे, उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसकी जानकारी दी जा रही है. इन ट्रेनों में टिकट रद्द होने का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. यात्रियों को पूरा पैसा वापस मिलेगा. उन्होंने कहा, सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना जरूरी है. हम केवल कम यात्रियों वाली ट्रेनें ही रद्द कर रहे है.
इसके पहले कोरोना वायरस (Corona Virus) फैलने के मद्देनजर भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने अपने सभी क्षेत्रीय संभागों को ट्रेनों के एसी डिब्बों से कंबल और पर्दे हटाने का आदेश दिया था, रेलवे ने इसके पीछे का कारण बताया कि इनकी रोज धुलाई नहीं होती है. रेलवे ने कहा कि चादर, तौलिये और तकिए के खोल जैसी अन्य चीजें रोज धोई जाती हैं. रेलवे बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि इन डिब्बों में न्यूतनम तापमान 24-25 डिग्री निर्धारित किया जाए.
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रेलवे यात्रियों से अपना कंबल लेकर आने को कहेगा
बोर्ड ने कहा कि इस एहतियाती कदम का पर्याप्त प्रचार किया जाए ताकि यात्री तैयार रहें. बोर्ड ने कहा कि सभी पर्दों और कंबलों को धोकर, सुखाकर स्वच्छ एवं शुष्क भंडार सुविधा गृह में रख दिया जाए तथा ताजा शत प्रतिशत धुला लीनेन सीलबंद पैकेट में दिये जाएं. रेलवे एसएमएस और आईवीआरएस के माध्यम से यात्रियों से अपना कंबल लेकर आने को कहेगा. उसने अपने कर्मियों को हैंडल, विंडो ग्रिल, बोतल क्लिप, चार्ज प्वाइंट जैसी जगहों की अच्छी तरह साफ-सफाई करने के भी निर्देश दिये हैं क्योंकि रोज हजारों लोग उसे स्पर्श करते हैं.
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रद्द ट्रेनों की संख्या बढ़कर 245 हुई
एक अधिकारी ने बताया कि इन 245 ट्रेनों में टिकट कराने वाले सभी यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से इसके बारे में सूचित किया जा रहा है. इन ट्रेनों के लिए टिकट रद्द करने पर लगने वाला शुल्क नहीं वसूला जाएगा. यात्रियों को 100 प्रतिशत किराया वापस मिलेगा. राष्ट्रीय परिवाहक ने अपने कैटरिंग कर्मचारियों के लिए जोनल मुख्यालयों को दिशा निर्देश भी जारी किए थे जिसमें कहा गया कि बुखार, खांसी, जुकाम या सांस लेने में मुश्किल होने की शिकायत करने वाले किसी भी कर्मचारी को भारतीय रेलवे में भोजन बनाने से जुड़े किसी भी काम में तैनात न किया जाए.
यात्रियों पर भी नजर रखने की सलाह दी गयी
अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों को यात्रा के दौरान रखरखाव कर्मी तरल साबुन, नैपकिन रॉल और कीटाणुनाशक रसायन उपलब्ध करायेंगे. एसी डिब्बों में सहायकों को इस्तेमाल में आ चुके लिनेन दोबारा नहीं देने को कहा गया है. उन्हें उन यात्रियों पर भी नजर रखने की सलाह दी गयी है जिन्हें सर्दी-खांसी है और उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये लिनेन को अलग से रखने को कहा गया है. एसी डिब्बों के कंबलों की महीने में दो बार और पर्दों की पंद्रह दिनों पर धुलाई की जाती है.
बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस (Corona Virus) फैलने के खतरे को देखते हुए और यात्रियों की बहुत कम संख्या के कारण भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने बुधवार तक सभी जोनों को मिलाकर एहतियात के तौर पर 80 ट्रेनों को रद्द कर दिया था, जिसमें उत्तर रेलवे की कई ट्रेनें भी शामिल थीं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 169 हो गए. देश के विभिन्न हिस्सों से 18 नए मामले सामने आए.