राजधानी दिल्ली की बिगड़ती आवोहवा से चिंतित केजरीवाल सरकार आज से एक अभियान की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान का नाम दिल्ली सरकार ने ’रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ (लाल बत्ती चालू, गाड़ी बंद) रखा है. इसके तहत आज से राष्ट्रीय राजधानी में 100 चौराहों पर नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे. प्रदूषण के विरुद्ध अभियान के तहत 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैम्पेन आज से 15 नवंबर तक चलेगा. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी देते हुए आगे बताया कि यह पहल आईटीओ से शुरू की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल एक जागरुकता मुहिम होगी और इसके तहत किसी का चालान नहीं काटा जाएगा.
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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने इस अभियान के लिए 100 चौराहों का चयन किया है. इस कार्य के लिए करीब 2,500 पर्यावरण मार्शलों को नियुक्त किया जा रहा है. पर्यावरण मार्शलों यातायात पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करेंगे और मुहिम को आगे बढ़ाएंगे. परिवहन विभाग के दलों को भी तैनात किया जाएगा. वे पोस्टर पकड़ेंगे और लाल बत्ती होने पर अपने वाहन के इंजन बंद करने वाले लोगों को गुलाब देंगे.
उन्होंने कहा कि यात्रियों को इस बारे में जागरुक किया जाएगा कि इस कदम से वे किस प्रकार प्रदूषण से लड़ सकते हैं. इस मुहिम को एक बड़ा सकारात्मक कदम बताते हुए गोपाल राय ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में करीब एक करोड़ वाहन पंजीकृत हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि औसतन एक वाहन एक दिन में 15 से 20 मिनट लाल बत्ती पर खड़ा रहता है और अनावश्यक रूप से ईंधन जलाता है. राय ने कहा कि इस सोच को बदलने की आवश्यकता है. इस मुहिम के जरिए हम वाहनों से होने वाले 15 से 20 प्रतिशत प्रदूषण को कम करने की कोशिश कर सकते हैं.
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गोपाल राय ने कहा कि हम जागरुकता मुहिम आक्रामकता के साथ शुरू कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जब किसी चीज की शुरुआत की जाती है, तो काम मुश्किल लगता है, लेकिन यह धीरे-धीरे राष्ट्रीय राजधानी की संस्कृति बन जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने इस अभियान के लिए 100 चौराहों का चयन किया है. राय ने कहा, 'दिल्ली सरकार का मानना है कि यदि कोविड-19 हालात के दौरान प्रदूषण के कारण हरेक व्यक्ति प्रभावित होता है, तो हर किसी को योगदान देने की आवश्यकता है, भले ही यह दो मिनट का योगदान हो या यातायात सिग्नल पर दिया गया योगदान हो.'
Source : News Nation Bureau