राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के मामले में बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं. मंदिर को लेकर दोनों पार्टियों के बीच जारी घमासान अब शायद थम जाएगा. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने चांदनी चौक के हनुमान मंदिर को दोबारा ना तोड़ने के लिए रेसोलुशन (संकल्प) पारित कर दिया है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हनुमान मंदिर को वैध बनाने के लिए डीएमसी एक्ट 74 के अंतर्गत संकल्प लेकर आई. प्रस्ताव में कहा गया है की सेंट्रल वर्ज पर 18 ट्रांसफार्मर हैं और उसी जगह पर मंदिर भी बना है. उन्होंने कहा कि मंदिर यातायात में किसी भी तरह से बाधा नहीं डालेगा. चांदनी चौक में जिस जगह पर मंदिर मौजूद था, उसका पुनर्निर्माण उसी जगह पर ही होगा. हनुमान मंदिर के साथ निगम की ओर से अब तोड़फोड़ की कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक ने रेसोलुशन पास करके दिल्ली सरकार की रिलीजियस (धार्मिक) कमेटी के पास भेज दिया है. बता दें कि चांदनी चौक में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर को इसी साल जनवरी में निगम ने तोड़ दिया था. जिसके बाद फरवरी में मंदिर का पुनः निर्माण भी किया गया. बता दें कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार चांदनी चौक का सौंदर्यीकरण कर रही है. इसी सिलसिले में अदालत ने चांदनी चौक में स्थित हनुमान मंदिर को हटाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद निगम ने प्राचीन हनुमान मंदिर को तोड़ दिया था. हनुमान मंदिर तोड़े जाने से लोग काफी गुस्सा थे. गुस्साए लोगों ने बीते 18 फरवरी को चांदनी चौक में स्टील से बना एक हनुमान मंदिर लाकर रख दिया था. मंदिर तोड़े जाने से स्थानीय लोग भी काफी नाराज हैं और वे भी इस जगह एक स्थाई हनुमान मंदिर की मांग कर रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और चांदनी चौक के बीजेपी सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने मंदिर को लेकर दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी लिखी है. डॉ. हर्षवर्धन ने अनिल बैजल को चिट्ठी लिखकर चांदनी चौक के हनुमान मंदिर का पुनर्निर्माण करने का निवेदन किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि हनुमान मंदिर ढहाए जाने की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. चांदनी चौक के सांसद ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि स्थानीय कारोबारी, दुकानदार और निवासी हनुमान मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए लगातार उनसे संपर्क कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau