दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में आज जमकर हंगामा हुआ. साथ ही नेता प्रतिपक्ष और स्पीकर के बीच भी काफी तीखी नोक-झोंक हुई. स्पीकर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरी अध्यक्षता के कार्यकाल में केंद्र सरकार द्वारा विधानसभा की कमेटियों का अधिकार छीना गया. सदन में भारी हंगामे के चलते स्पीकर ने अनिल वाजपेयी को मार्शल आउट करने का आदेश दिया. इसी बीच भाजपा विधायकों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के विरोध में आम आदमी पार्टी के विधायक स्पीकर की कुर्सी के पास पहुंच गए. हंगामे के दौरान BJP विधायक ओपी शर्मा ने आम आदमी पार्टी के एक विधायक को औकात में रहने को बोला. ये बात स्पीकर को नागंवार गुजरी और इस बात पर स्पीकर ने पूरे दिन के लिए उन्हें सदन से निष्कासित कर दिया. इसके अलावा विजेंद्र गुप्ता और जितेंद्र महाजन को भी मार्शल आउट करने का आदेश दिया गया.
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केंद्र सरकार संविधान की हत्या करने पर तुली हुई है : दिल्ली विधानसभा स्पीकर
हंगामे से परेशान होकर स्पीकर ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान की हत्या करने पर तुली हुई है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब सदन की समितियों का अधिकार छीना गया, तो मुझे इतना दुःख हुआ कि इस्तीफा देने का मन किया, लेकिन सभी से चर्चा के बाद आज हम सदन में बैठे हैं. हंगामे के दौरान स्पीकर ने कहा कि मैं विपक्ष को 20 मिनट के अलावा एक सेकेंड भी ज्यादा बोलने का मौका नहीं दूंगा.
विधानसभा में जनहित के मुद्दे ही उठाएंगे: रामवीर सिंह बिधूड़ी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि विधानसभा के दो दिवसीय मॉनसून सत्र में विपक्ष की भूमिका सकारात्मक रहेगी. उन्होंने आश्वस्त किया कि पहले दिन बीजेपी सकारात्मक रुख अपनाते हुए जनहित के मुद्दे ही सदन में उठाएगी. रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उम्मीद जताई है कि सरकार भी विपक्ष के इन मुद्दों को गंभीरता से लेगी, ताकि जनता की समस्याओं और उनके दुख-दर्द को कम करने में मदद मिल सके.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में पहले ही दिन हुआ जमकर हंगामा
- कई बीजेपी विधायकों को स्पीकर ने किया सदन से बाहर
- आप विधायक हंगामे के दौरान स्पीकर की कुर्सी तक पहुंचे