दिल्ली नगर निगम अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है तथा निगम अपने स्वच्छता सैनिकों के हितों एवं कल्याण का विशेष ध्यान रखता है क्योंकि वो निगम की रीढ़ की हड्डी हैं। सफाई कर्मचारियों की तरफ से काफी समय से कार्य कर रहे कर्मचारियों के नियमतीकरण संबंधी मांग की गई थी। अपनी मांगों को मनवाने के लिए कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का मन बनाया था। निगमायुक्त ज्ञानेश भारती, पूर्ववर्ती उत्तरी निगम के महापौर जयप्रकाश एवं वरिष्ठ समाजसेवियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दो दिनों ,14एवं 15 अक्टूबर 2022 को कर्मचारी यूनियनों के साथ काफी लंबी बैठक की गई ताकि दिल्ली के नागरिकों को हड़ताल की वजह से परेशानी न हो तथा स्वच्छता सैनिकों के हितों की रक्षा भी हो सके।
इसी दिशा में कार्य करते हुए निगम ने 01/04/2003 से करुणामूलक आधार पर कार्य कर रहे स्वच्छता सैनिकों के नियमतीकरण से संबंधी कार्रवाई आरंभ कर दी है।इसी संदर्भ में आज पूर्ववर्ती उत्तरी निगम के महापौर जयप्रकाश एवं सर्व कर्मचारी संघ के चेयरमैन संत लाल चावरिया एवं संघ के ही अन्य पदाधिकारियों के उपस्थिति में करुणामूलक आधार पर कार्य कर रहे 12 दैनिक वेतनभोगी स्वच्छता सैनिकों को नियमतीकरण पत्र बांटे गए। इस अवसर पर निगम के प्रमुख अभियंता श्री पी.सी.मीणा सहित निगम के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
दिल्ली नगर निगम ने 14/10/2022 को ही सभी सभी क्षेत्रीय उपायुक्तों को आदेश जारी कर 01/04/2003 से करुणामूलक आधार पर कार्य कर रहे दैनिक वेतनभोगी स्वच्छता सैनिकों के नियमतीकरण संबंधी फाइलें बिना किसी देरी के तैयार करने को कहा है। हर मायने में पूर्ण फाइलें 01/04/2003 से वर्षवार नियमतीकरण के लिए डेम्स (मुख्य.) में प्रेषित करने के लिए कहा गया है। दिल्ली नगर निगम ने संघ की अन्य मांग जैसे कि वर्ष 1998 एवं 2000 से कार्य कर रहे दैनिक वेतनभोगी स्वच्छता सैनिकों के नियमतीकरण, डी समूह के कर्मियों को बोनस का भुगतान, एफ आर -17 नियम को वापस लेना, एवं 01/04/1994 से 31/03/1998 ले नियमतीकरण से छूट गए मामलों को प्रक्रिया में लाने के संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
निगम द्वारा लिए गए सकारात्मक कदमों के चलते सर्व कर्मचारी संघ के चेयरमैन संत लाल चांवरिया ने स्वच्छता सैनिकों की हड़ताल वापस ले ली। दिल्ली नगर निगम स्वच्छता सैनिकों के कल्याण संबंधी कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करता है। निगम को अपने स्वच्छता सैनिकों पर गर्व है जिन्होंने कोरोना महामारी के समय में सेना के सैनिकों की तरह अपने प्राणों की परवाह न करते हुए नागरिकों की रक्षा की। निगम ने पिछले कुछ महीनों में 187 स्वच्छता सैनिकों को नियमतीकरण पत्र बांटे थे,10 अस्पतालों में स्वच्छता सैनिकों के इलाज के लिए निर्दिष्ट ओपीडी सेवा की स्थापना एवं स्वच्छता सैनिकों के लिए बंद ढलाव में निगम विश्रामगृह भी खोल रहा है।
Source : Harish Jha