राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट लगातार गहराया जा रहा है. दिल्ली की कई अस्पतालों में बेड फुल हैं तो कहीं ऑक्सीजन का संकट है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि अगर ऑक्सीजन का संकट एक-दो दिन में खत्म होता है, तो काफी बड़ी संख्या में बेड्स होंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कल 24,638 नए कोरोना मामले आए थे, वहीं संक्रमण दर 31.28 फीसदी थी. कल 80 हजार के करीब टेस्ट हुए थे. दिल्ली और देश में भी कोरोना बड़े स्तर पर बढ़ रहा है. कल देशभर में 3 लाख 15 हजार नए मामले आए थे. यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
केंद्र से मांगी मदद
आईसीयू बेड्स की दिक्कत पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से हमने रिक्वेस्ट की है, उम्मीद है कि जल्दी से 7-8 सौ बेड वे हमें देंगे. हमने उनसे मांग की है कि 7000 बेड्स केंद्र के अस्पतालों में बढ़ाए जाएं. अभी उन्होंने 2000 के आसपास बेड्स दिए हुए हैं. हमारी मांग है कि दो-तीन हफ्ते के लिए बेड दे दें, तो दिल्ली का काम चल जाएगा. मेकशिफ्ट अस्पताल में भी बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं. लेकिन पिछले 3 दिन से ऑक्सीजन की किल्लत है. कल से केंद्र सरकार ने कोटा बढ़ाया है. दिल्ली का कोटा कम था, उसे थोड़ा बढ़ाया गया है. कल पूरी रात हम लगे रहे ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में. कई अस्पतालों में लगभग खत्म हो गई थी. सब जगह थोड़ी थोड़ी सप्लाई हुई है, अगर ऑक्सीजन क्राइसिस एक-दो दिन में खत्म होता है, तो काफी बड़ी संख्या में बेड्स होंगे.
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छोटे नर्सिंग होम्स को ऑक्सीजन की सप्लाई पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन का प्रोडक्शन बिल्कुल नहीं होता है, दूसरे राज्यों से सप्लाई आती है और कुछ रिटेलर्स के जरिए दी जाती है. अब तक दिल्ली का कोटा 378 टन था, उसको केंद्र सरकार ने कल बढ़ाकर 480 कर दिया है. लेकिन जो 378 टन था, वह भी कल पूरा नहीं आ पाया था. कुछ राज्यों में दिक्कत हुई थी, वहां से मूवमेंट नहीं हो पाया, ट्रक नहीं आ पाया, इसलिए कल गंभीर समस्या खड़ी हो गई थी.
क्या बढ़ा हुआ कोटा पर्याप्त है?
इस पर उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है कोर्ट ने कहा कि यह डायनेमिक रहेगा, जैसे जैसे डिमांड बढ़ेगी सप्लाई बढ़ाई जाए. कल रात को कोर्ट ने यह आदेश दिया. मैं धन्यवाद करता हूं कोर्ट का. कल रात में काफी सप्लाई हुई, आज दिन में भी लगता है सप्लाई जारी रहेगी. दूसरे राज्यों द्वारा सप्लाई रोके जाने पर उन्होने कहा कि मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता. ऑक्सीजन का ट्रक नहीं रोकना चाहिए. उससे सभी का नुकसान है. दिल्ली में जो इलाज करा रहे हैं, वे सिर्फ दिल्ली के लोग नहीं हैं, दूसरे राज्यों के लोग भी यहां इलाज करा रहे हैं. ऑक्सीजन कोई ऐसी वस्तु नहीं है कि जिसको लेकर रखा जा सके. अलग-अलग अस्पतालों में अलग-अलग समय तक ऑक्सीजन है, किसी में 6 घंटे का है, किसी में 10 घंटे का है.
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लॉकडाउन बढ़ाने की फिलहाल जरूरत नहीं
दिल्ली में जो प्राइवेट एंबुलेंस हैं, वे बाहर से आने वाले एंबुलेंस हैं. दिल्ली में हमने कैट्स के जरिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है. 750 के करीब एंबुलेंस हैं और अभी तक स्थिति ठीक है, अगर जरूरत पड़ी तो और बढ़ाएंगे. वैक्सीन रेट निर्धारण पर उन्होंने कहा कि रेट काफी ज्यादा रखा गया है, इसके ऊपर विचार करेंगे. लॉकडाउन बढ़ाए जाने की आशंका पर उन्होंने कहा कि अभी कयास लगाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान पर कहा कि यह बचकानी सी बात है. फरीदाबाद के अस्पताल से दिल्ली ऑक्सीजन चोरी कर ही नहीं सकती है, ऐसा संभव नहीं है.
Source : News Nation Bureau