कोरोना वायरस (Corona Virus) के खिलाफ भारत का अब तक का सबसे बड़ा सबसे वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान शुरू हो चुका है. शुरूआत में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों और फ्रंडलाइन वर्कर्स को ही वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सीनेशन के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या में गिरावट को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन (Satyendra Jain) ने कहा कि वैक्सीनेशन स्वैक्षिक है, इसमें कंपल्शन नहीं है. इसलिए लोग कम लगवा पा रहे हैं और अब तो कोरोना भी कंट्रोल में है.
यह भी पढ़ेंः बांग्लादेश को फ्री में कोविशील्ड की 20 लाख डोज देगा भारत, पाक को भी आस
उन्होंने बताया कि सोमवार को दिल्ली में 161 पॉजिटिव केस आए थे. पॉजिटिविटी कम होकर 0.32 फीसदी पर आ गई है. ये केस पिछले 8-9 महीने में सबसे कम हैं. अब लगता है कि कोरोना कंट्रोल में है. अब रिकवरी काफी ज्यादा है और सक्रिय मरीज भी काफी कम रह गए हैं. दिल्ली में कम वैक्सीनेशन पर उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन स्वैक्षिक है, इसमें कंपल्शन नहीं है. इसलिए लोग कम लगवा पा रहे हैं और अब तो कोरोना भी कंट्रोल में है. कल दिल्ली में 3598 लोगों ने वैक्सीनेशन कराया और 8136 लोग इसके लिए रजिस्टर्ड थे, यानी 44 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लगवाए. धीरे-धीरे लोगों में कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. वैक्सीनेशन को लेकर सरकार सारे कदम उठा रही है. लोगों की काउंसलिंग भी की जा रही है, जो भी सवाल होते हैं, उस पर सबसे बात की जाती है
यह भी पढ़ेंः 35% लोगों को वैक्सीन के लिए मैसेज ही नहीं पहुंचा, Co-Win ऐप पर हैं ये दिक्कतें
वैक्सीनेशन लोगों की निजी फैसला
सत्येन्द्र जैन ने कहा कि वैक्सीन लगवाने वाले का निजी फैसला होता है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के लेकर हो रही बयानबाजी का लोगों पर कोई असर नहीं होगा. 50 फीसदी भी काफी है, कम से कम 50 फीसदी लोग तो वैक्सीन लगवा ही रहे हैं. को-विन ऐप की गड़बड़ियों पर उन्होंने कहा कि ऐप में कई सारी गड़बड़ियां हैं, कई बार वो काम नहीं कर रहा होता है. पहले दिन से ही स्टेबलाइज नहीं हुआ है. पूरे देश का एक ही ऐप है, जो केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया है. अभी हम इसी ऐप के जरिए काम कर रहे हैं. ज्यादा परेशानी वाली बात नहीं है. अभी स्टार्ट हुआ है, कुछ समय देना चाहिए इसे पिकअप करने के लिए.
Source : News Nation Bureau