दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को पूर्वी जिले में एक कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्र से सील हटाने का फैसला किया क्योंकि इस क्षेत्र से पिछले चार हफ्तों में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पूर्वी दिल्ली में वर्धमान अपार्टमेंट सरकार द्वारा सील हटाये जाने वाला दूसरा निषिद्ध क्षेत्र है. इससे पहले मंसारा अपार्टमेंट से सील हटायी गयी थी, यह अपार्टमेंट भी पूर्वी जिले में पड़ता है. बयान में कहा गया, ‘यह दिल्ली सरकार के 'ऑपरेशन शील्ड' के सफल कार्यान्वयन के बाद संभव हुआ है.’
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन में सख्ती बढ़ा दी है. दिल्ली सरकार ने आदेश जारी किया है कि 'किसी भी इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के 14 दिन में कम से कम 3 बार वहां रह रहे सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाए. अगर अभी तक किसी कंटेनमेंट जोन में स्क्रीनिंग नहीं हुई है तो अगले 3 दिन के अंदर पहली स्क्रीनिंग की जाए. इसके बाद प्रोटोकॉल के हिसाब से कोरोना टेस्ट किए जाएं.'
बता दें, अभी तक हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन के अंदर हर घर के हिसाब से सर्वे किए जाते थे और अगर कोई दिक्कत नजर आती थी तब कार्रवाई की जाती थी. लेकिन अब हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन के अंदर रह रहे हर व्यक्ति की 14 दिन के अंदर तीन बार स्क्रीनिंग की जाएगी. हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन के अंदर लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों देखते हुए दिल्ली सरकार ने ये आदेश जारी किया है. साथ ही ये भी आदेश दिया कि जिन हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन में जनसंख्या 10,000 से ज्यादा है वहां माइक्रो लेवल प्लानिंग की जाए.
दिल्ली में कोरोना के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra jain) ने बताया कि कि दिल्ली के अंदर अभी तक कुल मिलाकर 3439 केस सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 100 कंटेनमेंट जोन अभी तक है. मैं आपको साफ कर देता हूं कि अगर किसी भी एरिया में 3 लोग आते हैं, तो हम उसे कंटेनमेंट जोन बना देते हैं. काफी दिनों से कुछ इलाकों में एक भी केस नहीं आया है, तो अब हम उसको ग्रीन, ऑरेंज और रेड में सेपरेट करेंगे.
Source : Bhasha