राजधानी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट 2 की कोठी एम 75 में 91 साल के बुजुर्ग किशन देव की गला घोंट कर हत्या करने के बाद लाश को बेहद शातिर आना तरीके से फ्रिज में रख कर ले जाने के हैरतअंगेज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी किशन और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी को मंगलवार शाम अदालत में पेश करके 4 दिन की रिमांड पर ले लिया गया है. पुलिस को 1 सितंबर की सुबह 7:30 बजे उनके बेटे संजीव खोसला ने सूचना दी कि उनके पिता घर से गायब हैं और घर में चोरी हुई है. पुलिस मौके पर पहुंची तो उनका डेढ़ साल पुराना नौकर किशन भी गया था. घर में सिर्फ किशन देव की पत्नी सरोज थीं.
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चितरंजन पार्क की पुलिस ने जांच शुरू की तो सरोज ने बताया कि शनिवार की शाम उनके नौकर किशन ने दंपत्ति को चाय में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर दिया था, जिसके बाद वह होश खो बैठे. रविवार की सुबह उन्हें होश आया तो उनके पति और नौकर नहीं थे. घर से कोई खास सामान ज्वेलरी या कैश नहीं ले जाया गया था, जिस वजह से पुलिस के लिए यह गुत्थी बुरी तरह उलझ गई थी. लेकिन घर से गायब एक फ्रीज ने पुलिस को बड़ा सुराग दिया. आसपास पूछताछ की गई सराउंडिंग कई कैमरों की फुटेज बंगाली गई तो एक संदिग्ध मालवाहक वाहन कोठी के बाहर और आसपास मुंह करता नजर आया. फ्रिज भी उसी के ऊपर लादा गया था.
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पुलिस ने किशन का पता लगाया तो उसका आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया. उसी टेंपो की लोकेशन की तलाश करते करते पुलिस की एक टीम तिगड़ी गांव तक पहुंच गई. वहां से 3 आरोपियों को पकड़ा गया, एक मौके से भागने में कामयाब रहा. चौथी मुख्य आरोपी किशन को पुलिस कासगंज यूपी से रेस्ट करके लाई. इस बीच पुलिस ने बुजुर्ग के बैंक खातों का पता लगाया तो उनके तीन में से दो खातों के एटीएम के जरिए पैसे निकाले गए थे. करीब ₹40000 निकाले जा चुके थे. पुलिस ने उन्हें एटीएम की फुटेज भी खंगाली थी, इस तरीके से आरोपियों का सुराग लगाना मुमकिन हुआ.
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आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि उन्होंने को बेहोशी की हालत में गला दबाकर मार डाला था. उसके बाद लाश को फ्रिज में रख कर घर के बाहर ले गए. उस पर इसको टेंपो पर लादा और अपनी तिगड़ी वाले घर पर पहुंचे. घर में 2 दिन पहले से 5 फुट गहरा गड्ढा खोद रखा था. उस गड्ढे में बॉडी दफना दी. वह घर से कुछ ज्वेलरी के पीस भी चुरा कर लाए थे, चुकी बुजुर्ग दंपत्ति ग्रेटर कैलाश वाले घर में अकेले किराए पर रहते थे, इसलिए उनके परिवार के अन्य सदस्य पुलिस को ठीक-ठीक नहीं बता पा रहे थे कि घर से क्या गायब है.
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पुलिस ने कल आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली वाले मकान के गड्ढे से बॉडी को भी रिकवर कर लिया. उस फ्रिज और टेंपो को भी रिकवर किया जिसके जरिए लाश को तिगड़ी तक लाया गया था. आरोपी मर्डर करने के बाद लाश को साथ लेकर क्यों आए, इस सवाल का जवाब आना अभी बाकी है. आशंका है कि आरोपियों की मंशा बुजुर्ग को किडनैप बता कर फिरौती वसूलने की भी थी, हालांकि वह अपनी साजिश में ही उलझ कर रह गए.
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दूसरी ओर मुख्य आरोपी किशन ने पुलिस को यह बताया है कि उसके मालिक उसके साथ खराब व्यवहार करते थे उसे अक्सर डांटते रहते थे. इसलिए उसने उनका कत्ल कर दिया. उनकी पत्नी सरोज का व्यवहार अच्छा था. इसलिए बेहोश होने के बावजूद उनकी जान नहीं ली.
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बुजुर्ग केंद्र सरकार के इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट में सीनियर पोजिशन पर नियुक्त रहे थे. उन्हें डेपुटेशन पर यूएन भी भेजा गया था. उनके दो बेटों में एक बेटा आस्ट्रेलिया में है. दूसरा उनसे घर से कुछ दूरी पर परिवार के साथ रहता है.एक बात साफ है कि आरोपियों ने इस पूरी वारदात को बड़ी गहरी और लंबी साजिश के बाद अंजाम दिया. टीवी वाले जिस घर में शव को दफनाया गया था, उसे कुछ समय पहले ही किराए पर लिया था. वहां आरोपियों ने 2 दिन पहले से ही गड्ढा खोदना शुरू कर दिया था. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी.
Source : अवनीश चौधरी