देशद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्र शहजील इमाम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच की पूछताछ में शरजील से जुड़ी कई नई जानकारी सामने आई है. शरजील के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े पाए गए हैं. हालांकि शरजील पुलिस को यह कह कर बरगला रहा है कि उसे नहीं पता था कि वह लोग पीएफआई से जुड़े हैं. क्राइम ब्रांच ने अब इन लोगों को नोटिस भेज जांच में शामिल होने को कहा है.
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शरजील इमाम की गिरफ्तारी के बाद लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. शरजील के लैपटॉप से पीएफआई से संबंध होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस कई और एंगल से इसकी जांच कर रही है. पुलिस ने करीब दर्जन ऐसे लोगों को नोटिस भेज जांच में शामिल होने के कहा है जो शरजील के संपर्क में थे. बताया जा रहा है कि पुलिस इन सभी से बुधवार को पूछताछ कर सकती है.
पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि भीड़ को भड़काने और हिंसा फैलाने के लिए पीएफआई के देश भर में खुले 73 बैंक खाते में 120 करोड़ रुपये की रकम जमा होने की बात सामने आई है. पुलिस को शक है कि सीएए और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान हिंसा फैलाने में पीएफआई ने इसी पैसे का इस्तेमाल किया. क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि शरजील के जब्त लैपटॉप, डेस्कटॉप, मोबाइल, किताबों और पैंफ्लेट से चौंका देने वाले सबूत मिले हैं.
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जामिया मामले में भी हो सकता है गिरफ्तार
फिलहाल शरजील की गिरफ्तारी एक विवादित वीडियो पर की गई है. इस मामले में उसके खिलाफ 5 राज्यों में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था. अब जानकारी सामने आ रही है कि पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी हाथ लगी हैं. पुलिस शरजील इमाम को जामिया मामले में भी गिरफ्तार कर सकती है. पुलिस को शरजील के लैपटॉप से कई ऐसी जानकारी हाथ लगी है जिसमें वह लोगों को प्रदर्शन के लिए उकसाता है. उसने जामिया इलाके में 14 दिसंबर को पर्चे बांटे थे, जिसके बाद 15 दिसंबर को उस इलाके में हिंसा की घटना हुई थी. उसके वॉट्सएप ग्रुप से भी कई संदिग्ध लोगों की पहचान की गई है.
Source : News Nation Bureau