दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित का निधन हो गया. उन्होंने 81 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. शीला दीक्षित 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. उन्होंने दिल्ली में मुख्यमंत्री रहते हुए कई बड़े काम किए.दिल्ली की तस्वीर बदलने में शीला दीक्षित ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राजधानी की ट्रैफिक, पल्यूशन और कल्चर के लिए जो लोग सोचते हैं, उन्हें शीला के कार्यकाल में किए काम याद हैं.
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शीला के कार्यकाल में दिल्ली में सीएनजी यानी क्लीन एनर्जी की शुरुआत की गई थी. मेट्रो का आगमन कांग्रेस के ही कार्यकाल में हुआ था. दिल्ली में सड़कों और फ्लाइओवरों के जाल में उनका ही योगदान माना जाता है. उन्होंने कई सांस्कृतिक आयोजन शुरू कराए थे. दिल्ली में हरियाली भी शीला के दौर में कराई गई है. 24 घंटे बिजली दिल्ली को पहली बार नसीब उनके राज में ही हुई थी. कॉमनवेल्थ गेम जैसा बड़ा इवेंट सफलतापूर्वक कराने के पीछे भी शीला दीक्षित की मेहनत थी.
केंद्र में बीजेपी की सरकार रहने के दौरान भी शीला दीक्षित ने बेहतरीन समन्वय के साथ दिल्ली सरकार चलाई. ये समन्वय मौजूदा केजरीवाल सरकार में पूरी तरह नदारद है. 15 सालों तक सीएम रहने के चलते वह जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ काफी गहराई से जुड़ी हैं. इस दौरान कई आरोप लगे, लेकिन साबित कोई नहीं हुआ. ऐसे में यह पहलू भी उनके पक्ष में रहा. इस तरह के तमाम काम उसने दिल्ली में किया. दिल्ली की तस्वीर बदलने में काफी मेहनत की थी.
HIGHLIGHTS
- नहीं रहीं वो शख्सियत जिसने बदली थी दिल्ली की तस्वीर
- शोक में डूबी दिल्ली
- 81 साल में शीला दीक्षित का निधन