दिल्ली में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट समेत दो लोगों गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने गलत दस्तावेजों के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध गतिविधियों के लिए फर्जी कंपनियां बनाई हैं. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के मुताबिक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि साल 4 कंपनियों ने आम आदमी पार्टी को 50-50 लाख रुपए डोनेट किए थे. शिकायत में इन चारों कंपनियों के नाम भी बताए गए थे जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
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बता दें, इस मामले आम आदमी पार्टी का हिस्सा रहे कपिल मिश्रा ने सीएम केजरीवास पर आरोप लगाते हुए कहा था कि चंदे के नाम पर फर्जी कंपनियों से लिए गए ब्लैक मनी को व्हाइट किया जा रहा है. उनका आरोप था कि आम आदमी पार्टी ने फर्जी कंपनियों से 2 करोड़ रुपए लिए थे. उस वक्त मकेश नाम का एक शख्स आगे आया था और उसने बताया कि ये कंपनिया उसकी हैं और असली हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी माना था कि उसने ही पार्टी को चंदा दिया था. बताया जा रहा है कि मुकेश ने चार अलग-अलग कंपनियों से आप को 2 करोड़ रुपए दिए थे.
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कपिल मिश्रा का इस मामले में आरोप था कि केजरीवाल सरकार ने फर्जी कंपनियों को ठेका दिया और चंदे के नाम पर जो पैसा दिया गया वो उनके करीबियों का ही थी. जबकि मुकेश का कहना था कि वह केजरीवाल से कभी नहीं मिले. बस चंदा देते समय पार्टी के सेक्रेटरी संजय गुप्ता और कोषाध्यक्ष से मुलाकात की थी.