केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने केंद्र के दबाव में एमसीडी के चुनाव टालने की घोषणा कर दी है. केजरीवाल ने कहा कि शायद देश के 75 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ होगा कि केंद्र सरकार ने सीधे किसी राज्य के चुनाव आयोग को चुनाव टालने के लिए कहा होगा. स्मृति ईरानी ने कहा, "आज केजरीवाल ने (दिल्ली में एमसीडी चुनावों में देरी पर) एक दबाव डाला, मैं उनसे पूछना चाहती हूं ... क्या उन्हें पता है कि नगर निगम ने पिछले साल सुधार की मांग की थी? दिल्ली सरकार ने जानबूझकर एमसीडी कर्मचारियों को 13000 करोड़ रुपये से वंचित किया है. केजरीवाल ने नगर निगम के पैसे को रोके रखा.
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उन्होंने दिल्ली के सरकार के मुखिया पर आरोप लगाया कि, "केजरीवाल 13,000 करोड़ रुपये एमसीडी के बैंक खाते में जमा करें. उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए धन रोक दिया, यहां तक कि दिल्ली में पार्कों के रखरखाव के लिए धन प्रवाह भी बंद कर दिया. यूपी में नोटा से कम वोट पाने वाले नेता, उत्तराखंड में 55/70 सीटों पर जमा खो गए दावा है कि आप की लहर है."
स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से सवाल किया है कि आखिर सात साल एमसीडी का फंड क्यों रोका. कहा कि पार्कों, अस्पतालों और कम्युनिटी सेंटर का पैसा क्यों रोका. एससीडी सुधार को केजरीवाल ने मंजूरी क्यों नहीं दी. एमसीडी को 13 हजार करोड़ रुपये से वंचित रखा. साथ ही विकास कार्यों का पैसा जानबूझकर रोका. इतना ही नहीं सफाईकर्मियों का पैसा भी रोका.