सुभाष चोपड़ा (Subhash Chopra) को दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष (new Chief of Delhi Congress) नियुक्त किया गया है. कांग्रेस ने सुभाष चोपड़ा को बड़ी जिम्मेदारी दी है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित (Sheila dixit) के निधन के बाद यह पद खाली हो गया था. इसके बाद कांग्रेस (congress) ने सुभाष चोपड़ा को बड़ी जिम्मेदारी दी है. सुभाष चोपड़ा को दिल्ली का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है. शीला दीक्षित से पहले प्रदेश अध्यक्ष अजय मकान (Ajay makan) थे. वहीं कीर्ति झा आजाद (Kirti jha Azad) प्रचार समिति के अध्यक्ष (Campaign Committee Chairman) होंगे. कीर्ति झा आजाद पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्हें भी बड़ी जिम्मेदारी मिली है.
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दिल्ली में अगले साल यानी 2020 के फरवरी में विधानसभा चुनाव होने वाला है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi) ने सुभाष चोपड़ा और कीर्ति आजाद पर भरोसा किया है. उन्हें पार्टी की कमान दी है. बता दें कि सुभाष चोपड़ा 2003-2008 के बीच कालका जी विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं और पार्टी की प्रचार समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. जुलाई में शीला दीक्षित के निधन के बाद सीट खाली हो गया था. इसके बाद सोनिया गांधी ने सुभाष चोपड़ा पर मुहर लगा दी. सोनिया गांधी ने बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति आजाद को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी (DPCC) की प्रचार समिति का अध्यक्ष चुना है.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, वहीं नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए कांग्रेस में गहमागहमी तेज हो गई है. पार्टी आंतरिक गुटबाजी और राजनीतिक समीकरण के कारण पशोपेश में थी. दिल्ली कांग्रेस के कई नेता कीर्ति आजाद जैसे किसी बाहरी नाम का पुरजोर विरोध कर रहे थे तो दूसरी तरफ नेताओं का एक धड़े का कहना था कि किसी ऐसे व्यक्ति को यह जिम्मेदारी दी जाए जो सबको स्वीकार्य हो और पार्टी में गुटबाजी पर अंकुश लगा सके.