दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल के आवास पर आज सुबह हमला किया गया। हमलावर ने घर में खड़ी उनकी और उनकी मां की गाड़ियों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। कारों के शीशे किसी नुकीली चीज से तोड़े गए और गाड़ी की छत और अन्य हिस्से भी क्षतिग्रस्त कर दिए गए। हमलावर ने घर में भी घुसने का प्रयास किया। आसपास मौजूद कुछ मजदूरों ने बताया कि उस व्यक्ति के पास चाकू भी था। हमले के समय स्वाति मालीवाल और उनका परिवार घर पर मौजूद नहीं था। इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
स्वाति मालीवाल ने इस घटना को अत्यंत विचलित करने वाला बताया है। पिछले 7 वर्षों में आयोग की अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने महिला अधिकारों पर जबरदस्त काम किया है। उन्होंने कई रसूखदार लोगों का पर्दाफाश किया है, रैकेट और सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है और महिलाओं और लड़कियों की तस्करी और व्यावसायिक यौन शोषण के खिलाफ युद्ध छेड़ा है। स्पा में वेश्यावृत्ति का पर्दाफाश करने, अवैध शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई करने, ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायतों में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ जनहित के मुद्दों पर कई सरकारी विभागों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने से लेकर उन्होंने निडर और कर्तव्यपरायणता से अपना वैधानिक कार्य किया है।
अतीत में भी उनको कई बार मारने और बलात्कार की धमकी मिली है और कई मामलों में एफआईआर भी दर्ज की गई है। इन मामलों में दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने एक शख्स को उनके घर पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की ताकि उन सभी को सबक सिखाया जा सके जो उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "यह मेरे लिए बहुत ही चौंकाने वाली और परेशान करने वाली घटना है। शुक्र है कि मैं और मेरा परिवार घर पर नहीं थे इसलिए वह हमें नुकसान नहीं पहुंचा सके। मैंने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कोई भी धमकी या हमला मुझे अपना कर्तव्य निभाने से नहीं रोक सकता। मैं महिलाओं के अधिकारों से संबंधित मुद्दों पर निडर और सक्रिय रूप से काम करना जारी रखूंगी और कोई भी मुझे मेरा वैधानिक कार्य करने से नहीं रोक सकता।"
Source : Mohit Bakshi