दिल्ली दंगों को लेकर आज आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ने गुरुवार को प्रमुख आरोपी ताहिर हुसैन का बचाव करते हुए ट्वीट किया है. आप विधायक अमानतुल्लाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों में मुसलमान होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है. ताहिर को मुसलमान होने की सजा मिली है.दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्ज शीट में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड बनाया है, जबकि पूरा देश जनता हैं कि दंगे किसने कराये असल दंगाइयों से अभी तक पुलिस ने पूछ ताछ तक नही की, मुझे लगता है कि ताहिर हुसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सज़ा मिली है.
दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्ज शीट में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड बनाया है, जबकि पूरा देश जनता हैं कि दंगे किसने कराये असल दंगाइयों से अभी तक पुलिस ने पूछ ताछ तक नही की, मुझे लगता है कि ताहिर हुसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सज़ा मिली है।
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) June 4, 2020
आपको बता दें कि इसके पहले बुधवार को दिल्ली दंगों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी थी. यहां एक अदालत में पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन की जामा मस्जिद और उतरपूर्वी दिल्ली के मूंगा नगर की कॉल लोकेशन उसके 'शैतानी इरादों' की कहानी बयां करते हैं. मूंगा नगर में 25 फरवरी को दंगाईयों ने आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा की बर्बरतापूर्ण हत्या कर दी थी. मूंगा नगर में ही आगजनी और लूटपाट के कई मामले सामने आए और एक हिंदू लड़के की हत्या कर दी गई.
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पुलिस चार्जशीट में दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड ताहिर हुसैन
पुलिस ने अपने आरोप पत्र में कहा कि दंगाइयों ने शर्मा को कथित रूप से घसीटा, कई बार चाकू मारे और फिर नाले में फेंक दिया. आरोप पत्र में हुसैन को फरवरी में उतरपूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के कथित साजिशकर्ता के रूप में नामजद किया गया है. पुलिस ने कहा कि शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उन्हें 51 बार चाकू मारने की बात सामने आई है. आरोप पत्र में कहा गया है, ताहिर हुसैन ने 24-25 फरवरी की दरम्यानी रात में अपने परिवार को मुस्तफाबाद में अपनी पैतृक आवास पर भेज दिया और खुद वहीं रहा ताकि पूरे हालात पर नजर रख सके और अगले दिन हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिमों के साथ खड़ा रहे.
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अभियुक्त ताहिर ने 24 और 25 को किया था भीड़ का नेतृत्व
आरोप पत्र के अनुसार, अभियुक्त ताहिर हुसैन 24 और 25 फरवरी को अपने घर और चांद बाग पुलिया के पास मस्जिद से भीड़ का नेतृत्व किया और इसे सांप्रदायिक रंग दे दिया. उसने यह कहते हुए हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों को उकसाया कि हिंदुओं ने कई मुसलमानों को मार दिया है और शेरपुर चौक पर उनकी दुकानों में आग लगा दी है और किसी भी हिंदू को नहीं बख्शा जाए. उसके उकसावे पर, मुसलमान 24 और 25 फरवरी को हिंसक और बेकाबू हो गए और उन्होंने दुकानों को जलाना शुरू कर दिया और हिंदुओं पर पथराव किया और पेट्रोल बम बरसाए और उनके घरों को भी निशाना बनाया.