एक बार फिर भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने सामने आ गये है. ताजा मामला दिल्ली के मुख्यमंत्री के बयान के बाद उठ रहे विवाद पर है. भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कंस के वंशजों का सफाया करने वाले बयान की निंदा करते हुए इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
निखिल ने बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि केजरीवाल ने घोषणा की कि उनका जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था, इसलिए क्या वह खुद को भगवान कृष्ण या उनके वंशज घोषित कर देंगे. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर राजनीति करने की घटिया और सतही मानसिकता बेहद निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल को अपना बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि इससे पूरे देश में यादव समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. भाजपा नेता ने कहा कि वे इस बयान के लिए माफी मांगे, अगर वे माफी नहीं मांगते हैं तो देश भर में यादव समुदाय के लोग उनका राजनीतिक रूप से किसी भी हद तक विरोध करेंगे.
निखिल आनंद ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल का बयान निश्चित रूप से यादव समुदाय के खिलाफ जनसंहार के स्तर तक भड़काने वाला है. यह बयान यादव समुदाय के खिलाफ नफरत से भरा हुआ है और बहुत अधिक जातिवादी ही नहीं उससे आगे बढ़कर नस्लवादी भी है.
निखिल आनंद ने केजरीवाल को यह भी जवाब देना चाहिए कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर को अतिक्रमण मुक्त बनाने और अयोध्या के श्रीराम मंदिर की तर्ज पर भव्य श्रीकृष्ण मंदिर की स्थापना के बारे में उनकी निजी राय क्या है?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दक्षिण गुजरात के आदिवासी बहुल वलसाड जिले में लोगों को संम्बोधित करते हूए कहा था कि मेरा जन्म जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था और भगवान श्री कृष्ण ने इन कंसो के सफाया करने के मकसद से भेजा जिससे लोगों का भला हो सके.
Source : IANS