दिल्ली टैक्सी, टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन और सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन ऑफ दिल्ली की तरफ से 22 मार्च को दिल्ली और केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली सचिवालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. एसोसिएशन के अनुसार ये धरना प्रदर्शन दोनों सरकारों की नीतियों के खिलाफ किया जाएगा. दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट के मुताबिक, "कोरोना महामारी से काम काफी हद तक चौपट हो गया है, केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही टैक्सी बस वालों के ऊपर नई नीति लगा रहे हैं और आर्थिक रूप से अपंग बनाने की पूरी कोशिश की जा रही हैं. कोरोना का डर दिखा स्कूल बंद किए जा रहे हैं."
उन्होंने बताया कि, "कोरोना के कारण टूरिस्ट को आने नहीं दिया जा रहा. जबकि दोनों सरकार पूरी तरह से हम से टैक्स वसूल कर रही हैं." "अभी हाल ही में पैनिक बटन के नाम पर कुछ पैसा वसूला जा रहा है. डीजल पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं 1अप्रैल से आल इंडिया टूरिस्ट परमिट की फीस 25000 से 3,00,000 रुपए तक केंद्र सरकार कर रही है."
"दिल्ली ट्रैफिक पुलिस जगह जगह हमारे लाखों रुपए के चालान कर रही है, साथ ही एमसीडी वाले भी हमारी टैक्सी, बसों और टेम्पो ट्रेवलर से भारी भरकम जुर्माना वसूल रहे हैं."
सर्वोदय ड्राइवर्स ऐसोसीएसन ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने मांग की कि, "प्राइवेट कैब कम्पनियां भी चालकों से मोटा कमीशन वसूल रहीं है, इसलिए हमारी मांग है कि दिल्ली सरकार ओला- उबर का किराया तय करें." इन्ही सभी परेशानियों के चलते दोनों एसोसिएशन 22 मार्च को सुबह 11:30 बजे आईटीओ से दिल्ली सचिवालय तक दोनों सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली टैक्सी, टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन
- सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन ऑफ दिल्ली
- दिल्ली और केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली सचिवालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा