केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून से देश की धर्मनिरपेक्ष साख पर कोई असर नहीं होगा और विपक्षी दलों पर इस नये कानून के बारे में गलत जानकारी फैलाने का अरोप लगाया . पुरी ने ट्वीट कर कहा कि विपक्षी दल संशोधित कानून का इस्तेमाल कर सरकार विरोधी अभियान चला रहे हैं, जिसमें गलत जानकारी का प्रसार, भारत के हितों का विरोध करने वाली ताकतों को एकत्र करना और हिंसा भड़काना शामिल है.
उन्होंने कहा, ‘संशोधित नागरिकता कानून न तो किसी भारतीय नागरिक के अधिकारों को धर्म, पंथ, संप्रदाय, या जाति के आधार पर चुनौती देता है और न ही उसमें रद्दोबदल करता है. यह कहा जा रहा है कि इससे धार्मिक अल्पसंख्यकों को खतरा है.’ पुरी ने कहा कि नये नागरिकता कानून का विरोध करने वाले लोग झूठी कहानी के पीछे दौड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘संशोधित नागरिकता कानून का यह कत्तई मतलब नहीं है कि इन देशों से आने वाले सताये गए मुसलमान नागरिकता के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं. सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इन देशों के लगभग 600 मुस्लिमों को देश की नागरिकता दी है.’ बाद में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के लिए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी को इसके लिए शर्म आनी चाहिए.
Source : Bhasha