कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अनलॉक-1 अनलॉक-1 (Unlock 1) में दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर को राहत मिली थी. दिल्ली सरकार ने सप्ताह भर अपने बॉर्डर सील करने के बाद उन्हें खोलने का आदेश दिया लेकिन अब एक बार फिर दिल्ली से लगे बॉर्डर सील हो सकते हैं. इस बार हरियाणा सरकार ने इसके संकेत दिए हैं.
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एक महीने तक बंद थे दिल्ली बॉर्डर
लॉकडाउन के दौरान मई में दिल्ली के बॉर्डर सील थे. पहले दिल्ली से लगे उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में बॉर्डर सील किए गए तो बाद में दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों का हवाला देते हुए बॉर्डर सील कर लिए. दो दिन पहले ही दिल्ली सरकार ने राहत देते हुए अपने बॉर्डर खोले थे. अब दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना के मरीजों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बॉर्डर सील करने के संकेत दिए हैं. हरियाणा सरकार का मानना है कि दिल्ली के साथ लगते फरीदाबाद, सोनीपत, गुड़गांव, झज्जर आदि जिलों में दिल्ली से मूवमेंट होने के कारण अधिक मामले बढ़े हैं.
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1 मई से सील किए गए थे बॉर्डर
दिल्ली की आजादपुर मंडी, जमातियों के अलावा अन्य एरिया से दिल्ली से लोग हरियाणा के शहरों में आए, जिससे मामले बढ़े. इसी के चलते प्रदेश सरकार ने एक मई से बॉर्डर सील किए थे. सोनीपत, गुड़गांव और फरीदाबाद के बॉर्डर सरकार के आदेश के बाद सील हुए.
दिल्ली सरकार ने 8 जून से दी छूट
दिल्ली सरकार ने जून के पहले सप्ताह में अपने बॉर्डर सील कर दिए थे. दिल्ली सरकार लगातार बढ़ते कोरोना के मरीजों को लेकर खासी चिंतित थी. दिल्ली में जून से 800 से 1000 मरीज रोज संक्रमित हो रहे हैं. इसी के कारण दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया. हालांकि 8 जून को लोगों को राहत देते हुए बॉर्डर खोल दिए गए. अकेले गुरुग्राम से दिल्ली में रोजोना करीब 50 हजार लोग आते जाते हैं. गुड़गांव के साइबर हब, उद्योग विहार, एमजी रोड, सेक्टर-37, खांडसा और मानेसर आदि एरिया में हर दिन हजारों लोग जॉब पर आते हैं.
Source : News Nation Bureau