कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जाने माने वकील कपिल सिब्बल ने शनिवार को आरोप लगाया कि देश से जुड़े मुद्दों पर न्यायापालिका द्वारा तत्काल सुनवाई नहीं की जाती जिससे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर संदेह पैदा होता है. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उन मामलों को नहीं सुना जिन पर तत्काल सुनवाई होनी चाहिए थी.
सिब्बल के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान हटाए जाने, नोटबंदी और कोरोना वायरस से जुड़े मुद्दों संबंधी याचिकाओं पर तत्काल विचार नहीं किया जा रहा है. वकील जे रवींद्रन की ओर से ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता’ पर आयोजित डिजिटल कार्यक्रम में सिब्बल ने कहा, ‘‘बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों पर न्यायपालिका द्वारा सुनवाई नहीं की जाती और यही कारण है कि न्यायपालिका के स्वतंत्र नहीं होने की धारणा बनी हुई है.’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अदालतों को कमजोर वर्गों के अधिकारों का प्रहरी होना चाहिए.
Source : News Nation Bureau