दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद अपने ट्वीट को कथित रूप से गलत तरीके से पेश किए जाने पर नाराजगी जताते हुए बीजेपी उपाध्यक्ष उमा भारती ने बुधवार को कहा कि खबर छापने वाले ने शायद मेरे ट्वीट पढ़े ही नहीं थे. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में नरेंद्र मोदी की बराबरी का कोई नेता नहीं है. दिल्ली में 11 फरवरी को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद भारती ने तीन ट्वीट किये थे.
पहले में लिखा था, ‘दिल्ली विधानसभा चुनाव का संदेश.’ दूसरे में उन्होंने लिखा था, ‘लगभग डेढ़ वर्ष में हुए विभिन्न राज्यों में विधानसभाओं के चुनाव, फिर उसके बाद हुआ लोकसभा का चुनाव, फिर अभी हाल के कुछ महीनों में हुए राज्यों में विधानसभाओं के चुनाव के परिणाम साफ बता रहे हैं कि भाजपा में, भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समकक्ष कोई नेता नहीं.’
उन्होंने लिखा, ‘पूरे देश की जनता मोदी जी को तथा मोदी जी पूरे देश की जनता को आत्मसात कर चुके हैं. छत्रपति मोदी जिन्दाबाद,’ भारती के तीसरे ट्वीट के हिस्से ‘छत्रपति मोदी जिन्दाबाद’ को लेकर एक अखबार में खबर छपी है.
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भारती ने अपने ट्वीट के आधार पर बुधवार को अखबार में प्रकाशित खबर पर रोष जताते हुए फिर से पांच ट्वीट किए हैं. इनमें उन्होंने ना सिर्फ खबर और अखबार के प्रति नाराजगी जाहिर की है बल्कि अपने मंगलवार के ट्वीट को स्पष्ट करके दोबारा लिखा है. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा है, ‘कल दिल्ली चुनाव के परिणाम पर मेरे ट्वीट के ऊपर देश के एक प्रतिष्ठित अखबार ने उसे खबर के रूप में इस शीर्षक के साथ छापा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसा है.’
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि खबर छापने से पहले मेरा ट्वीट पढ़ा ही नहीं.’ उन्होंने कहा कि यह एक हकीकत है जो 2014 से लेकर अब तक पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट हो गई है कि मोदी जी की बराबरी का नेता भारत में नहीं है. इसलिए कुछ राज्यों में विधानसभा के चुनाव में भले ही हम हार जाएं किंतु लोकसभा के चुनाव में मोदी जी की एकतरफा लहर चलती है और अभी दस बीस साल चलती रहेगी.
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अपने ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भारती ने लिखा है, ‘दिल्ली विधानसभा का चुनाव परिणाम मोदी जी की लोकप्रियता को कम नहीं दर्शाता. कांग्रेस ने पूरे वोट आम आदमी पार्टी को डलवाए तथा इसका फैसला 7 (फरवरी) की रात को किया गया.’ दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ फरवरी को मतदान हुआ और 11 फरवरी को वोटों की गिनती हुई. आम आदमी पार्टी 62 सीटों के साथ दोबारा सत्ता में आयी वहीं भाजपा को आठ सीटें मिली हैं जबकि कांग्रेस शून्य पर सिमट गई है.
भारती ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा है, ‘कांग्रेस की अब यह नियति है कि उसकी भूमिका दूसरों की जीत में खुशी मनाने की होगी. यानि अब वह दूल्हे की भूमिका की जगह सहबोला की भूमिका में आ जाएंगे. कांग्रेस मुक्त भारत, गांधीजी की इच्छा पूरी होगी.'