दिल्ली में पिछले साल की तुलना में इस साल दिवाली में प्रदूषण का स्तर ऊंचा रहा और इसकी वजह पराली का बहुत अधिक जलाया जाना एवं इस त्योहारी सीजन में प्रतिकूल मौसम दशा हो सकती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने यह जानकारी दी. सीपीसीबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2019 की तुलना में इस साल दिवाली में सभी प्रदूषकों की मात्रा ऊंची रही. उसने कहा, ‘‘ दिवाली इस साल मध्य नवंबर में थी जब प्रदूषकों के छितराव के लिए मौसम दशाएं अनुकूल नहीं होती हैं.
इसके विपरीत 2019 में दिवाली अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में थी.’’ इस साल दिवाली के दिन पीएम 2.5 की मात्रा में पराली के दहन का योगदान 32 फीसद था जबकि पिछले साल यह महज 19 प्रतिशत था. बोर्ड ने कहा, ‘‘इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि पिछले साल की तुलना में 2020 में दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा में वृद्धि में पराली जलाने का अधिक योगदान रहा तथा यही बात कार्बन मोनोऑक्साइड एवं नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के स्तर में वृद्धि में सामने आयी.’’
Source : Bhasha