दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को होने जा रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. रामलीला मैदान पुरानी दिल्ली के दरियागंज से करीब एक किमी दूर है, जहां नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की. बैठक में अन्य चीजों के अलावा यह फैसला लिया गया कि अफवाहों पर काबू पाने के लिए सोशल मीडिया की निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि रविवार को बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.
रामलीला मैदान जाने वाले सभी मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इमारतों पर विशेष सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे. दिल्ली पुलिस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और भाजपा से करीबी संपर्क बनाए हुए है. भाजपा नेता विजय गोयल ने एक बयान में कहा कि दिल्ली की 1,731 अनधिकृत कॉलोनियों के बाशिंदों को मालिकाना हक देने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देने के लिए आयोजित इस रैली की तैयारियों जोरशोर से जारी हैं. गोयल आयोजन स्थल पर इंतजाम के संयोजक हैं.
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CAA पर कांग्रेस का प्रोटेस्ट अब रविवार की जगह सोमवार को
रविवार को नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन अब रद्द कर दिया गया है. इस प्रदर्शन को अब आगे के लिए टाल दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस को रविवार को धरना प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी है. दिल्ली पुलिस की इजाजत न मिलने के बाद अब कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अब सोमवार को धरना प्रदर्शन करेगी. आपको बता दें कि कांग्रेस रविवार को राजघाट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली थी. आपको बता दें कि रविवार को राजघाट पर होने वाले प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शामिल होने वाले थे.
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इससे पहले मंगलवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और नागरिकता संशोधन में हुई हिंसा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंची थीं. उनके साथ 12 दलों के नेता शामिल रहे. सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार जनता की आवाज दबा रही है. उत्तर पूर्व और असम में भारी तनाव के हालात पैदा हो गए हैं.
Source : Bhasha