तीस हजारी कोर्ट कॉम्प्लेक्स (Tis Hazari Court Complex) में हिंसा का नया वीडियो सामने आया है. वीडियो में डीसीपी नार्थ मोनिका भारद्वाज हाथ जोड़े खड़ी और वकीलों से शांत होने की अपील करती दिख रही हैं. फिर भी वकीलों की भीड़ उन पर टूट पड़ती है. वीडियो में सैकड़ों की तादाद में वकील डीसीपी नार्थ मोनिका भारद्वाज और सुरक्षाकर्मियों को धक्का मारते हुए ले जाते दिख रहे हैं. इससे पहले 2 नवंबर को हुई हिंसा का पहले भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुछ पुलिस अधिकारी मोनिका भारद्वाज को वकीलों से बचाते दिख रहे हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस से 7 दिनों में रिपोर्ट तलब किया है.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज का आरोप है कि हिंसा के दौरान उनसे मारपीट भी की गई. साथ ही उनकी सर्विस रिवाल्वर भी छीन ली गई, जो अब तक नहीं मिली है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता अनिल मित्तल ने इस बारे में बताया कि महिला अधिकारी का बयान घटना में तैयार की जा रही एफआईआर में जोड़ा जाएगा. उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस घटना की निंदा की है. रेखा शर्मा ने बार काउंसिल के साथ दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को इस बारे में पत्र भेजा है.
पिछले शनिवार को तीस हजारी कोर्ट परिसर में वकीलों-पुलिसकर्मियों के बीच पार्किंग को लेकर विवाद शुरू हुआ था. बाद में इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें करीब 21 पुलिसकर्मी घायल हुए. कुछ वकीलों को भी चोट लगी. इस मामले में सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन भी किया.