Water crisis in Delhi: राजधानी दिल्ली में एक तरफ हवा जहरीली हो चुकी है तो दूसरी तरफ अब लोगों को पानी की किल्लत भी होने वाली है. रविवार को दिल्ली जल बोर्ड ने पानी की कमी को लेकर चेतावनी जारी की है और लोगों से अपील की है कि आवश्यकता अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी का इस्तेमाल करें और पानी पहले से जमा कर लें. इसे लेकर दक्षिणी, पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में चेतावनी दी गई है.
दिल्ली में पानी की किल्लत
दरअसल, इसकी वजह यमुना नदी में अमोनिया का बढ़ता स्तर बताया जा रहा है. इसके साथ ही गंगा केनाल में मेंटिनेंस का काम भी चल रहा है. बता दें कि यमुना नदी में पीपीएम (पार्टस पर मिलियन) की मात्रा 1.5 पहुंच चुकी है. जिसकी वजह से यमुना का पानी इस्तेमाल करने लायक नहीं रहा है.
यमुना में बढ़ा अमोनिया का स्तर
इसके अलावा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के द्वारा गंगा केनाल का काम चल रहा है. हालांकि यह काम 12 अक्टूबर से ही शुरू हुआ था और 31 अक्टूबर तक यह काम पूरा हो जाएगा. गंगा केनाल का काम पूरा होने के बाद पानी का सप्लाई शुरू कर दिया जाएगा.
जल बोर्ड ने जारी की चेतावनी
इस काम की वजह से दिल्ली के सीलमपुर, मौजपुर, शहादरा, बाबरपुर, ओखला सब्जी मंडी, पंचशील पार्क, श्याम नगर कॉलोनी समेत 40 से ज्यादा इलाके में पानी की किल्लत हो सकती है. जिसे लेकर दिल्ली जल बोर्ड ने पहले ही लोगों को आगह कर दिया है.
यह भी पढ़ें- Census in India: 2025 में शुरू होगी देश में जनगणना, जानें आखिरी बार कब आए थे जनसंख्या के आंकड़े
दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल
दूसरी तरफ, दिल्ली में ठंड से पहले ही वायु प्रदूषण का स्तर चिंता का विषय बन चुका है. दिल्ली और दिल्ली एनसीआर के लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. इसके अलावा आंखों और गले में जलन की समस्या भी देखी जा रही है. सुबह से लेकर शाम तक आसमान में धुआं छाया रहता है. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार कोशिश तो कर रही है, लेकिन प्रदूषण पर कंट्रोल नहीं हो पा रहा है.
AQI पहुंचा 372
प्रदूषण को देखते हुए राजधानी दिल्ली में ग्रैप-2 लागू कर दिया गया है. वहीं, AQI की बात करें तो वह 350 पार कर चुका है. सोमवार को दिल्ली का AQI 372 तक पहुंच चुकी है. दिल्ली की एयर क्वालिटी लगातार खराब होती जा ही है. उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली में जल्द ही आर्टिफिशियल बारिश करवाई जा सकती है.