Delhi Rains: हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली के लिए पानी को छोड़ दिया गया है. ऐसे में यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ गया है. बरसात के बाद बैराज पर 39,205 क्यूसेक पानी नापा गया है. सीजन में पहली बार पानी की बड़ी मात्रा को यमुना नदी में डायवर्ट किया गया है. दरअसल, उत्तराखंड और हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश जारी है. आपको बता दें कि हथिनीकुंड बैराज के 5 गेट खोल दिए गए हैं. ऐसे में पानी की बड़ी मात्रा यमुना में मोड़ दी गई है. इस तरह से कुल 39,205 क्यूसेक पानी आने के बाद वेस्टर्न यमुना कैनाल में 17,510 और पूर्वी यमुना कैनाल में 3510 क्यूसेक पानी को डायवर्ट किया है. निचले इलाके में पानी छोड़ने पर नीचले क्षेत्र को अलर्ट कर दिया गया है.
सिंचाई विभाग के अनुसार, जब बैराज पर एक लाख क्यूसेक पानी दर्ज होता है तो पूर्वी और वेस्टर्न यमुना कैनाल को बंद किया जाता है. इसके बाद पूरा पानी बड़ी यमुना में डायवर्ट होता है. इसे मिनी फ्लड की तरह देखा जाता है. अभी इस तरह के हालात नहीं हैं.
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ढाई लाख क्यूसेक पानी आने पर ही फ्लड घोषित होता है. शनिवार को पानी छोड़ने से पहले सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए निचले क्षेत्रों को सूचना दी गई. इस तरह से किसी तरह की अनहोनी नहीं हो सकेगी. बीते दिनों भारी बरसात होने के कारण यह पानी आया है. मॉनसून की शुरुआत अब हुई है. आने वाले समय में यहां पर पानी बढ़ने की संभावना है.
गौरतलब है कि हर साल मॉनसून में हथिनीकुंड बैराज चर्चा में रहता है. हर साल ऐसे आरोप लगाए जाते हैं कि हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने यह साफ कर दिया है कि बैराज पर पानी को स्टोर नहीं किया जाएगा. यह सिर्फ पानी को डायवर्ट करने लिए ही स्थापित किया गया है. हाल ही में भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में जल सकंट देखा जा रहा है. इस दौरान हरियाणा पर पानी रोकने का आरोप लगा था.
Source : News Nation Bureau