Waterlogging in several parts of Delhi : दिल्ली-एनसीआर में मौसम ठंडा हो चला है. बारिश हर तरफ है. पिछले कई घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते दिल्ली की सड़कें कराह रही हैं. कमजोर सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं. उन गड्ढों में पानी भर गया है. इसकी वजह से गाड़ियां सड़कों पर रेंगती हुई आगे बढ़ रही हैं. चूंकि आज सोमवार है और वर्किंग डे है. ऐसे में दिल्ली वालों की मुसीबत बढ़ सकती है. क्योंकि कई अंडरपास, जिनसे पानी निकालने की व्यवस्था नहीं है या फिर बेमौसम बारिश के चलते पानी निकालने की तैयारियां नहीं हुई हैं, वहां जाम लगने वाला है.
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में 1 अप्रैल तक बारिश की चेतावनी दी है. अभी की बारिश महज शुरुआत है, क्योंकि 31 मार्च और 1 अप्रैल को ज्यादा बारिश होगी. ऐसे में सड़कों की अभी से जो हालत है, वो सारी आने वाली कहानियां बयान कर रही है.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में Covid-19 के मामलों ने पकड़ी रफ्तार, स्वास्थ्य मंत्री बोले- घबराने की जरूरत नहीं
क्यों हो रही बिन मौसम बरसात?
आप सोच रहे होंगे कि बिन मौसम ये बरसात क्यों हो रही है और वो भी इतनी ज्यादा? दरअसल, इस समय समूचे उत्तर भारतीय इलाकों पर पश्मिची विक्षोभ का असर है. कुछ समय पहले तक उत्तर भारतीय शहरों में पारा 35 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था, जबकि हवा में नमी भी बरकरार थी. ऐसी परिस्थितियां पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के लिए आदर्श होती हैं. दरअसल, भारत के उत्तरी हिस्से में गर्मी की वजह से हवा तेजी से ऊपर की ओर उठती हैं, ऐसे में उनकी जगह लेने के लिए भूमध्य सागरीय जोन से दबाव उत्तर भारत की ओर आता है. फिर बारिश होती है. ये दबाव पश्चिमी दिशा की ओर से आने के चलते ही इसे पश्चिमी विक्षोभ का नाम दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली की सड़कों पर जगह-जगह जल भराव
- रात भर रुक रुक कर होती रही बारिश
- वर्किंग डे होने की वजह से हो सकती है परेशानी