दिल्ली का तापमान जैसे जैसे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे आग से हाहाकार बढ़ता जा रहा है. फरवरी में करोल बाग के होटल अर्पित पैलेस में आग से 17 मौतों के बाद इस महीने में भी आग से 10 मौते हो चुकी हैं. आइए जानते हैं कि दिल्ली में आगजनी की बढ़ती घटनाओं की वजह और क्या हैं दिल्ली फायर सर्विस के इंतजाम.
हर साल गर्मियों में आग लगने की घटनाओं में तेजी से इजाफा होता है. दिल्ली फायर सर्विस के अनुसार, गर्मियों ने फायर की कॉल्स दोगुनी हो जाती हैं. उनके रेकॉर्ड में गर्मी का समय 1 अप्रैल से शुरू होकर 30 जून तक माना जाता है, लेकिन अभी तो अप्रैल भी नहीं आया है, ऐसे में भीषण आग के लगातार मामले सामने आने और दो महीने में आग की वजह से 27 से ज्यादा मौतें होने से दिल्ली फायर डिपार्टमेंट का दम भी फूला है. चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस के संसाधन सीमित हैं, उन्हीं से हर मौसम में फायर कंट्रोल और बचाव कार्य किया जाता है.
गर्मियों में तापमान बढ़ने की वजह से आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. इसके मद्देनजर दिल्ली फायर सर्विस अलर्ट मोड में आ चुकी है. डिपार्टमेंट में आगामी तीन महीनों में स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं, सिर्फ इमरजेंसी में ही छुट्टी मिल सकती है. इसके अलावा जिन फायर टेंडर्स में खराबी थी, उन्हें भी मरम्मत करके दुरुस्त करवा लिया है. हरेक फायर स्टेशन को अलर्ट कर दिया गया है.
Source : Avneesh Chaudhary