दिल्ली दंगों की साजिश को जिन व्हाट्स एप ग्रुप्स और फेजबुक पेज के जरिए अंजाम दिया गया, अब उन्हीं के स्क्रीनशॉट आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत बन रहे हैं. जिसमें उमर खालिद, शर्जिल इमाम, गुलफिशा, नताशा गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं इन आरोपियों के अलावा स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव, डीयू प्रफेसर अपूर्वानंद जैसे नाम भी शामिल हैं, जो अभी तक चार्जशीट में आरोपी तो नहीं बनाए गए हैं, लेकिन जांच के दायरे से बाहर भी नहीं हैं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चार्जशीट में दावा किया है कि अभी तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ सीएए विरोधी प्रदर्शन और दंगों के चलते मीटिंग्स करने, व्हाट्स ग्रुप पर संपर्क में रहने, भड़काउ बयान देने, सीएए विरोधी प्रोटेस्ट को गैर कानूनी तरीके से बढ़ाने जैसे सबूत हैं, जिनके स्क्रीन शॉट और फोटोग्राफ्स भी यूएपीए के तहत दाखिल चार्जशीट में संलग्न किए गए हैं.
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चार्जशीट के अनुसार, उस दौरान निम्न व्हाट्स एप ग्रुप व सोशल मीडिया पेज एक्टिव थे
- मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑफ जेएनयू
- MSJ_1
- कोर मेम्बर ऑफ MSJ
- पार्लियामेंट मार्च
-कैब टीम
- फेसबुक पेज ऑफ सर्जिल इमाम
- जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी
-एएमआई
-जेसीसी जेएमआई
-जेसीसी_जेएमआई
-फेसबुक पेज ऑफ जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी
-दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप
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इसके अलावा आरोपियों के बीच आपस में व्हाट्स एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बात हो रही थी. उनके स्क्रीन शॉट्स भी चार्जशीट में संलग्न हैं.
Source : News Nation Bureau