MCD यानी म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली के चुनाव धीरे-धीरे नजदीक आ रहे हैं. ऐसे में सभी पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए कमर कस ली है. लेकिन जनता के साथ-साथ पार्टियां RWA यानी रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन को भी लुभाने की कोशिशों में लग जातीं हैं. लेकिन क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों? पार्टियां खासतौर से एमसीडी की सत्ताधारी पार्टी क्यों आरडब्ल्यूए को लुभाने की कोशिश करने लग जाती है? आज हम इस आर्टिकल में इन्हीं सवालों पर बात करेंगे और इनके जवाब आपको बताने वाले हैं.
सबसे पहले बता दें कि ये आरडब्ल्यूए है क्या? तो बता दें कि रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन एक गैर-सरकारी संगठन है, जो एक निर्धारित शहरी या उपनगरीय इलाके के निवासियों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है. अब आप सोच रहे होंगे कि वही काम तो एमसीडी भी करती है. ऐसे में एमसीडी और आरडब्ल्यूए के बीच अंतर क्या हुआ. या फिर आरडब्ल्यूए का क्या रोल है. तो चलिए अब रेजिंडेट वेलफेयर असोसिएशन की भूमिका पर बात करते हैं.
- आरडब्ल्यूए एक अहम स्टेकहोल्डर के तौर पर जाना जाता है. जिसकी भागीदारी कई तरह की प्लानिंग और विकास के लिए जरूरी है.
- रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन प्लानिंग और रहने लायक वातावरण बनाने की योजना बनाने में नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करता है.
- आम समस्याओं के समाधान के लिए निवासी की भागीदारी का जिम्मा उन पर होता है.
- आरडब्ल्यूए की जिम्मेदारी होती है कि वे एसोसिएशन के खिलाफ किए गए कानूनी विवादों से उनकी रक्षा करें.
- एसोसिएशन के लिए किसी भी कॉन्ट्रैक्ट को खरीदने या पूरा करने और उसे लागू करने की जिम्मेदारी भी आरडब्ल्यूए पर होती है.
- आरडब्ल्यूए सोसाइटी पर होने वाले सभी खर्चों की देखरेख करता है और यह सुनिश्चित करता है कि उनका उपयोग निवासी की भलाई और विकास के लिए किया जाए.
- आरडब्ल्यूए पार्क, जल निकासी, स्ट्रीट लाइट, पानी और बिजली जैसी सामान्य सुविधाओं में सुधार करने के साथ-साथ मिनी बाज़ारों की देखरेख, बैंकिंग, स्वास्थ्य देखभाल और बस सेवाओं को भी बेहतर बनाने का प्रयास करता है.
आरडब्ल्यूए की भूमिका क्या है? इस बारे में जानकर आप समझ ही गए होंगे कि आखिर पार्टियां आरडब्ल्यूए को क्यों लुभाने में लगी रहती है. अगर अभी भी नहीं समझ पाए तो आपको बता दें कि रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन सीधे तौर पर नागरिकों से जुड़े होते हैं. ऐसे में अगर वे खुश तो नागरिक भी खुश. आपको बताते चलें कि हर आरडब्ल्यूए के प्रेसिडेंट, ट्रेजरर और सेक्रेटरी होते हैं. जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं.