Advertisment

Earthquake: क्यों राजधानी नहीं है महफूज? जानें कब आया था दिल्ली में सबसे बड़ा भूकंप

दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार की रात को तेज झटके महसूस किए. इसका केंद्र अफगानिस्तान था. मगर दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ सालों में यह सबसे तेज भूकंप के झटके हैं.

author-image
Mohit Saxena
एडिट
New Update
earthquake

delhi danger zone earthquake( Photo Credit : social media)

दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार की रात को तेज झटके महसूस किए. इसका केंद्र अफगानिस्तान था. मगर दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ सालों में यह सबसे तेज भूकंप के झटके हैं. हालात ऐसे बने की लोगों को अपने घर से बाहर भागना पड़ा. लोगों के बीच दशहत का माहौल देखा गया. यह झटके काफी तेज थे. इसकी तीव्रता 6.6 मापी गई. राजधानी के अंदर एक महीने के अंदर ये तीसरा भूकंप था. इसका केंद्र अफगानिस्तान का फैजाबाद था. पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर और पेशावर में भी इसका असर दिखाई दिया. 

Advertisment

राजधानी में इस तरह के भूकंप के आसार काफी समय से लगाया जा रहा था. कई रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है. इससे बड़े नुकसान की संभावना बनी हुई है. दरअसल दिल्ली भूकंपीय क्षेत्रों के जोन 4 में आता है. देश को चार जो जोन में बांटा गया है. जोन-4 में राजधानी के आने से भूकंप का बड़ा झटका यहां पर भारी तबाही मचा सकता है. दिल्ली हिमालय के समीप है, ये भारत और यूरेशिया जैसी टेक्टॉनिक प्लेटों के मिलान से तैयार हुआ था. धरती के अंदर इन प्लेटों में होने वाली हलचल के कारण दिल्ली समेत यूपी के कानपुर और लखनऊ जैसे क्षेत्रों में भूकंप का अधिक खतरा है. 

ये भी पढ़े: दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके, दहशत में घर के बाहर निकले लोग

राजधानी दिल्ली में वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि यहां पर 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है. इससे भारी तबाही मचा सकती है. हाल ही में तुर्की में आए भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई थी. इस भूकंप के कारण यहां पर तीन हजार लोगों की जान चली गई. कई इमारतें यहां जमींदोज हो गईं. नेपाल में 2015 में भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी. इसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.8 मापी गई थी.

Advertisment

कब आया था दिल्ली में सबसे बड़ा भूकंप 

दिल्ली में वर्ष 1720 में बड़ा भूकंप आया था. इसकी तीव्रता 6.5 थी. यानी करीब तीन सौ साल पहले बड़ा भूकंप आया. मगर तब के दिल्ली में आज के दिल्ली बड़ा अंतर आया गया है. यहां पर जनसंख्या में काफी इजाफा हुआ है. यहां पर बेलगाम बिना किसी मापदंड के इमारतें तैयार की गई हैं. लक्ष्मीनगर और यमुना पार इलाके में बेतरतीब तरीके से इमारते बनाई गईं हैं, जो बड़े भूकंप को नहीं झेल सकती हैं. 27 जुलाई 1960 को भी दिल्ली में बड़ा भूकंप आया था. इसकी तीव्रता 5.6 थी. इस भूकंप में दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं लाल किले में दरारें देखी गई थीं.

 

Advertisment

HIGHLIGHTS

  • दिल्ली-NCR में बीते कुछ सालों में यह सबसे तेज भूकंप के झटके
  • दिल्ली और आसपास के इलाकों में बड़ा भूकंप आ सकता है
  • दिल्ली भूकंपीय क्षेत्रों के जोन 4 में आता है.
delhi danger zone earthquake newsnation delhi ncr earthquake delhi earthquake danger zone earthquake in Delhi delhi earthquake why do earthquakes happen newsnationtv causes of earthquakes
Advertisment
Advertisment