राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ‘विंटर एक्शन प्लान' (सर्दियों के मौसम के लिए कार्य योजना) की घोषणा की. केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण में है. उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर पड़ोसी राज्यों को निशाने पर लिया और कहा कि इस मामले में उनकी ओर से कुछ नहीं किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदूषण कम करने के कई उपाय किए हैं. जिनमें डस्ट पॉल्यूशन पर नियंत्रण पाया गया है. जबकि जनरेटर बंद किए जाने से पॉल्यूशन का स्तर घटा है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए यहां के दोनों थर्मल पावल प्लांट बंद किए गए ताकि प्रदूषण स्तर को कम किया जा सका.
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उन्होंने कहा कि एप के जरिये शिकायतों पर नजर रखी जा रही है. केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं एयर पोपलूशन के आंकड़े ट्वीट कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर महीने को छोड़ कर प्रदूषण की स्थिति कंट्रोल में रहती है. मुख्यमंत्री ने केंद्र और आसपास के राज्यों से पराली को जलने से रोकने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 सितंबर से अभी तक दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति ठीक है. केंद्र सरकार को हमने कई बार इस बारे में जिक्र किया है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है. अब पास के राज्यों के किसानों को अब पराली जलानी पड़ेगी जिससे कुछ दिनों में हम दिल्ली में प्रदूषण होते देखेंगे.
उन्होंने कहा कि NCR के राज्यों में गाड़ियों को CNG में कन्वर्ट किया जाए. प्रदूषण नियंत्रण के लिए थर्मल प्लांट्स को बन्द किया जाए. साथ ही ईंट भट्ठों की तकनीक बदली जाए. साथ ही 24 घंटे बिजली की सप्लाई हो. केजरीवाल ने कहा कि हमने सात साल में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली के लोगों के साथ 10 बड़े कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने हमेशा आरोप-प्रत्यारोप की बजाए इसका समाधान निकाला है.
प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार एक्शन में
एक दिन पहले ही दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विंटर एक्शन प्लान को लेकर विस्तार से बातचीत की थी. उन्होंने कहा, दिल्ली की केजरीवाल सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लेकर आए हैं. क्योंकि हमें अपने लिए भी जीना है लेकिन दूसरे की जिंदगी को खत्म करके नहीं जीना है. इस नई मानसिकता के साथ दिल्ली के लोगों को खड़ा करना पड़ेगा. दिल्ली के अंदर जो प्रदूषण पैदा होता है उसके अलावा आसपास के राज्यों का प्रदूषण भी दिल्ली को प्रभावित करता है. दिल्ली के अंदर जो पब्लिक ट्रांसपोर्ट है जो सीएनजी पर चलता है, लेकिन दूसरे राज्यों में ट्रांसपोर्ट डीजल से चलता है. उसका भी प्रभाव पड़ता है. चारों तरफ पराली जलाई जाती है तो उसका धुंआ भी दिल्ली में आता है. राय ने कहा कि सरकार का अगले साल मार्च तक 35,00,000 पौधे लगाने का लक्ष्य है.
क्या है विंटर एक्शन प्लान
-पूसा इंस्टिट्यूट की मदद से बायो डीकम्पोजर बनाया गया
-पड़ोसी राज्यों को भी इनका इस्तेमाल करना चाहिए
-एंटी डस्टपॉल्यूशन के लिए 75 टीमें बनाई है
-पटाखों पर बैन लगा दिया गया है
-देश का पहला स्मॉग टावर दिल्ली में लगाया गया
-दिल्ली में हॉट स्पॉट्स पर निगरानी रखी जा रही है
-ग्रीन वार रूम को सुदृढ किया जा रहा है
-50 नए पर्यावरण इंजीनियर्स की भर्ती हुई
-देश का पहला इको वेस्ट पार्क बनाया जा रहा है
-वाहनों से होने वाले प्रदूषण के लिए 64 सड़कें चिन्हित की गईं हैं
-PoC को कठोरता से जांच के लिए 500 टीमों का गठन किया गया, पुरानी गाड़ियों के स्क्रैप का अभियान चलाया जा रहा है
-आने वाले समय में जन अभियान चलाया जाएगा
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के ये हैं 10 बड़े कदम
1. 24 घंटे बिजली कर दी, जेनरेटर बंद हो गए
2. डस्ट पॉल्यूशन पर काबू की कोशिश की
3. पेरिफेरल एक्सप्रेसवे बनाया गया. दिल्ली में आने वाले ट्रक प्रदूषण करते थे. केंद्र ने जो ये एक्सप्रेसवे बनाया उससे काफी सहायता मिली
4. दिल्ली में दो थर्मल प्लांट थे, दोनों बंद किए गए
5. उद्योग जो पहले फ्यूल इस्तेमाल करते थे, वो प्रदूषण करती थी, अब सभी इंडस्ट्री पाइप्ड नेचुरल गैस इस्तेमाल करतीं हैं
6. ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी लेकर आए, किसी भी निर्माण कार्य के दौरान पेड़ काटे नहीं जाते
7. ग्रीन दिल्ली ऐप बनाया गया. अब तक 23 हजार शिकायतें आईं हैं. 97 फीसदी का समाधान हो गया है
8. ग्रीन वार रूम बना
9. ग्रेडेड एक्शन प्लान बना
10. इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी बनाया गया
HIGHLIGHTS
- केजरीवाल ने कहा-दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण में
- प्रदूषण को लेकर पड़ोसी राज्यों को पर निशाना साधा
- कहा-प्रदूषण कम करने के लिए कई उपाय किए गए