Delhi Yamuna Pollution: (रिपोर्ट- राहुल डबास) छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन दिल्ली में यमुना का प्रदूषित जल श्रद्धालुओं के लिए परेशानी बना हुआ है. हालांकि इस बीच दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली सरकार ने यमुना की सफाई का महा अभियान शुरू कर दिया है. जिसमें दर्जनों कार्यकर्ता बड़ी संख्या में दिल्ली जल बोर्ड के दल के साथ कालिंदी कुंज में विशिष्ट रसायनों के जरिए जाग को खत्म कर रहे हैं. इसके बाद आम दिनों की तुलना में कालिंदी कुंज घाट पर यमुना में सफेद झाग काफी कम नजर आ रहा है.
हमेशा साफ रहनी चाहिए यमुना
बावजूद इसके सवाल वहीं बना हुआ है कि सिर्फ त्योहारों के दिन ही ऐसा अभियान क्यों चलाया जाता है, जबकि यमुना को हमेशा के लिए निर्मल बनाने की कोशिश क्यों नहीं की जा रही. क्योंकि छठ मैया को मां के रूप में पूजा जाता है, वैसे ही यमुना की भी मां के रूप में ही आराधना वैदिक काल से होती आ रही है. तो यमुना के साथ ऐसा भेदभाव क्यों होता है.
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पर्यावरण मंत्री ने यूपी सरकार पर लगाया आरोप
बता दें कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कालिंदी कुंज में मौजूद सफेद झाग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदा ठहराया, उनके अनुसार गौतमबुद्धनगर के इंडस्ट्रियल कचरे से निकले रसायन ही यमुना को अत्यधिक प्रदूषित कर रहे हैं. लेकिन दिल्ली सरकार का संकल्प है कि हम उचित रसायनों के जरिए यमुना को साफ करें, जबकि बीजेपी यमुना की स्थिति के पीछे आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहरती है.
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1000 स्थानों पर मनाया जाएगा छठ महापर्व
मौजूदा समय में कालिंदी कुंज घाट पर दिल्ली पुलिस की भी मौजूदगी है और इस घाट पर गणेश विसर्जन, छठ माता की आराधना समित किसी भी तरह की धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध लगा है. बता दें कि दिल्ली में आईटीओ समेत लगभग 1000 स्थान पर छठ पर्व मनाया जा रहा है. बता दें कि इन दिनों दिल्ली में यमुना का पानी में सफेद झाग की मात्रा काफी अधिक हो गई है. लेकिन सफाई अभियान शुरू होने के बाद इसमें थोड़ी से कमी नजर आ रही है.
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