आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह यूपी की योगी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने लखनऊ दफ्तर में ताला जड़ दिया है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. लखनऊ में मेरी पार्टी दफ्तर को सरकार ने बंद करा दिया है. मैंने योगी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई तो मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. लखनऊ के मेरे ऑफिस पर ताला लगवा दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ पिछले दो दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश के वभिन्न जिलों में तीन एफआईआर दर्ज की गई है.
यह भी पढ़ें- दिल्ली में मोहर्रम जूलूस और गणेश चतुर्थी पर मूर्ति विसर्जन पर रोक, तोड़ा नियम तो लगेगा भारी जुर्माना
दलितों का अपमान करने का लगाया आरोप
संजय सिंह ने योगी सरकार पर ठाकुरों के समर्थक होने और अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को आमंत्रित न कर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया जिसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. सिंह के खिलाफ अलीगढ़, लखीमपुर खीरी और मुजफ्फरनगर के तीन स्थानीय निवासियों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 153-ए और धारा 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. शिकायतकर्ताओं ने सांसद पर जाति और धर्म के आधार पर जनता के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह ने राज्य सरकार के खिलाफ हिंदू धर्म की विभिन्न जातियों को उकसाने का प्रयास किया है और इस तरह के बयान देकर संवैधानिक गरिमा का भी उल्लंघन किया है.
यह भी पढ़ें: देश समाचार मोदी पर राहुल की टिप्पणी से 'लाल' हुई BJP, कहा- वो आगरा में इलाज कराएं
विशेष ठाकुर बल कहकर बुलाना शुरू कर दिया
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, सिंह ने 12 अगस्त को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि लोगों ने एसटीएफ को "विशेष ठाकुर बल" कहकर बुलाना शुरू कर दिया है जो "ब्राह्मणों को चुन-चुन कर मार रहा है. सिंह पर यह भी कहने का आरोप लगा कि ब्राह्मण होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समुदाय के साथ हो रहे अन्याय के को लेकर मूकदर्शक बने रहे हैं. एक फेसबुक लाइव में संजय सिंह ने इस बात का भी दावा किया कि योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए जाने के बाद से उनके फोन व सोशल मीडिया अकाउंट्स पर धमकी भरे संदेश भेजे जा रहे हैं।