Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने आज यानी शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अपने मकसद के बारे में बताया है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उनका मकसद धर्म विरोधियों की नींव हिलाना, जातिगत भेदभाव को खत्म करना और लव जिहाद और लैंड जिहाद से युवाओं को बचाना है. उन्होंने कहा कि उनको इस काम के लिए कम से कम एक करोड़ लोग सड़कों पर चाहिए.
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धीरेंद्र शास्त्री को क्यों चाहिए एक करोड़ लोग?
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने ये बयान मध्य प्रदेश के छतरपुर में सनातनी एकता पदयात्रा में दिया. उन्होंने कहा कि ‘हजारों लोग सड़कों पर हैं. उनमें काफी उत्साह है. वे सभी जात-पात को भूलकर सड़कों पर आ रहे हैं. देश में हमें इसी की जरूरत है. हिंदु बाहुल्य इस देश में हमको कम से कम एक करोड़ लोग सड़कों पर चाहिए ताकि धर्म विरोधियों की नींव हिल सके.’
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धीरेंद्र शास्त्री ने बताया अपना मकसद
मशहूर कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dhirendra Shastri) ने इस दौरान अपना मकसद भी बताया. उन्होंने कहा, ‘हमारा उद्धेश्य अपनी संस्कृति को बचाना है. जात-पात और भेदभाव को मिटाना है. हिंदुओं के हाथों में गीता, रामायण, वेद और पुराण देना हमारा उद्धेश्य है.’ उन्होंने कहा कि, ‘पूरा देश एक नई यात्रा पर है. पूरा देश एक नई क्रांति में है और ये होना ही चाहिए.’ इतना ही नहीं धीरेंद्र शास्त्री ने स्कूलों में वैदिक शिक्षा को पढ़ाने जाने पर जोर दिया.
#WATCH | Chhatarpur, Madhya Pradesh: On Sanatani Ekta Padayatra, Bageshwar Dham Dhirendra Shastri says, "Thousands of people are on the roads. People have forgotten caste and creed and they are together... Our aim is to save our culture and heritage and remove caste… pic.twitter.com/NYeRAU2iSJ
— ANI (@ANI) November 22, 2024
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‘स्कूलों में हो वैदिक शिक्षा’
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि, ‘हम तो चाहेंगे कि सनातन संस्कृति के प्रचार के लिए स्कूलों में वैदिक विद्या का प्रावधान होना चाहिए. बच्चों को सनातनी संस्कृति की भी शिक्षा देना चाहिए ताकि उनमें वैमनस्यता (यानी दुश्मनी) नहीं आए. उनको अपनी संस्कृति के बारे में भी बताना चाहिए. बच्चों को गीता, रामायण, वेद और पुराणों का महत्व पता होना चाहिए ताकि वे लव जिहाद और लैंड जिहाद के चक्कर में नहीं आए.’
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