गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को निधन हो गया. वह पिछले एक साल से अधिक समय से कैंसर से जूझ रहे थे. वह 63 साल के थे. मनोहर पर्रिकर पीएम नरेंद्र मोदी के बेहद विश्वासी और करीबी थे. जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, तब भी पीएम के दावेदार के रूप में कई बार मनोहर पर्रिकर ने उन्हें सामने लाने का प्रयास किया था. दोनों के संबंध उस समय से काफी अच्छे रहे थे.
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पीएम नरेंद्र मोदी को केंद्र की राजनीति में लाने वालों में सीएम मनोहर पर्रिकर बड़े पैरवीकार रहे थे. नरेंद्र मोदी जब बीजेपी के शीर्ष नेताओं के तौर पर नहीं जाने जाते थे, उस समय भी पर्रिकर उन्हें राष्ट्रीय नेता के तौर पर परिभाषित किया करते थे. वर्षों पहले मनोहर पर्रिकर अपने निजी कार्यक्रमों में भी नरेंद्र मोदी को विशेष तौर पर आमंत्रित करते रहते थे. वहीं, पीएन नरेंद्र मोदी को भी मनोहर पर्रिकर के काम का अंदाज भी काफी पसंद था, इसलिए पिछले दिनों पीएम ने कहा था कि मैं अपने सबसे अच्छे मित्र के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं और बीमार होने के बावजूद काम के प्रति उनके समर्पण को सलाम करता हूं.
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हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को आधुनिक गोवा का शिल्पकार बताया था और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी. उसके बाद जब 2017 में गोवा की राजनीति में फिर बीजेपी को पर्रिकर की जरूरत हुई तो फिर पीएम के कहने पर वो गोवा के मुख्यमंत्री बन गए. मनोहर पर्रिकर मजबूत इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते थे. 2009 के लोकसभा चुनाव बीजेपी की हार के बाद पर्रिकर ने खुलकर नरेंद्र नरेंद्र मोदी को आगे लाने की बात कही थी. पर्रिकर ने उसी समय कहा था कि देश को नरेंद्र मोदी जैसे नेता की आवश्यकता है. क्योंकि वही बीजेपी को शीर्ष तक पहुंचा सकते हैं. ये बातें पर्रिकर ने उस समय कही थीं, जब नरेंद्र मोदी को बीजेपी के केन्द्रीय समिति में कोई खास तवज्जो नहीं दी जाती थी.
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लेकिन जैसे ही 2014 में नरेंद्र मोदी बीजेपी के सबसे बड़े नेता के तौर पर लोकसभा चुनाव से पहले उभरे. मोदी को चुनाव की कमान मिलते ही पर्रिकर से नजदीकियां और बढ़ गईं. उसके बाद जब प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी सत्ता में आई तो नरेंद्र को पहला नाम मनोहर पर्रिकर का याद आया. हर बार केंद्र की राजनीति ठुकरा देने वाले पर्रिकर इस बार इनकार नहीं कर पाए. पीएम मोदी ने अपनी सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री का जिम्मा सौंपा और पर्रिकर ने भी बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई. पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहते ही भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखाया था. 2014 से 2017 तक भारत के रक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान पर्रिकर उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के सांसद थे.
Source : News Nation Bureau