गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को कहा कि कुछ लोग अंडमान द्वीपसमूह के सेलुलर जेल में विनायक दामोदर 'वीर' सावरकर द्वारा सजा के दौरान सहन की गई यातना को भूलने के साथ ही भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दिए उनके योगदान को भी भूल गए हैं. यहां राज्य सचिवालय के मंत्रालय खंड में सावरकर के चित्र का अनावरण करने के बाद सावंत ने कहा कि हमने वीर सावरकर के एक चित्र का अनावरण किया है, ताकि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान किए गए उनके काम की जानकारी आज के युवाओं तक पहुंचे. स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान की जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए.
सावरकर के चित्र का किया अनावरण
सावंत ने लोगों से हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष की आत्मकथा पढ़ने का आग्रह करते हुए कहा कि मालूम पड़ता है कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और अंडमान की जेल में वीर सावरकर द्वारा सहन की गई यातनाओं को कुछ लोगों ने भुला दिया है. उन्होंने कहा कि हमने एक चित्र लगाया है. नई पीढ़ी को इन नेताओं से सीखना चाहिए. वे बार-बार चित्रों को देखकर इन्हें भूल नहीं पाएंगे." सावंत ने कहा कि हाल ही में विधानसभा और सचिवालय परिसर में शिवाजी महाराज और स्वामी विवेकानंद के चित्र का अनावरण भी किया गया.
Source : IANS