गुजरात के सूरत में पिछले दिनों से हो रही बरसात ने शहर की सूरत बदल कर रख दी है. नदी और नाले उफान पर है. नतीजन शहर के अधिकांश इलाके पानी में डूबे हुए है. पांच दिन के बाद बरसात रुकी मगर हालात नहीं बदले. पानी मे डूबे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. अब तो 2 लोगों के डूब जाने का समाचार मिल रहा है. जबकि गर्भवती और बीमार का रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया.
सूरत समेत दक्षिण गुजरात मे बीते पांच दिनों से हो रही बरसात ने हीरा नगरी सूरत की चमक को टमैला कर दिया है. ऊपरी इलाकों में हो रही भारी बरसात ने सूरत शहर के मध्य में तापी नदी और शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बहने वाले वाले सीमाड़ा, ककरा, भेदवाड, भाठेना और मीठी खाड़ी नामक नालों का जल स्तर अपने भयानक स्तर पर पहुंच चुका है. इन नालो से सटे और निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
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कई सोसाइटी में दो से पांच फुट पानी भर आया. सबसे ज्यादा असर मीठी खाड़ी नाले से उत्पन्न जल जमाव का हुआ जिसमें बैठी कॉलोनी, पत्रा चाल, कमरू नगर, इंदिरा आवास, क्रांति नगर, राव नगर, गरीब नवाज और ओम नगर सोसायटी में चार से पांच फुट पानी भर आया. पानी में फंसे सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर स्थांतरित किया गया. लोगों को इस संकट से निकालने के लिए सूरत पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम लगातार काम में लगी है. जबकि महानगपालिका लोगों के लिए मेडिकल कैम्प, स्थांतरण और खाने पीने की व्यवस्था में जुटी है.
बिना बिजली, स्वच्छ पानी के हजारों लोग पिछले चार दिन से पानी उतरने के इंतजार में थे. मगर स्थिति लगातार बिगड़ती गई. फायर ब्रिगेड की टीम का पांचवे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा. गुरुवार की सुबह मीठी खाड़ी के पास एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया. जबकि फायर ब्रिगेड की टीम पर्वत पटिया इलाके में एक बच्चे के डूब जाने के बाद खोजबीन में जुटी है. सूरत में आई इस बाढ़ में अबतक दो लड़के के डूब गए हैं, जिनका अबतक कोई सुराग नही लग पाया है. फायर ब्रिगेड की टीम लगातार डूबे लोगों की तलाश में जुटी हुई है.