शहरों के नाम बदलने की राजनीति और आगे बढ़ती दिख रही है. नाम बदलने के लिहाज से 2018 का साल हमेशा याद रखा जाएगा, क्योंकि इस साल कई महत्वपूर्ण शहरों के नाम बदल दिए गए. सबसे पहले मुगलसराय का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रखा गया. उसके बाद इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या रखने की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की.
एक दिन पहले ही लखनऊ के इकाना स्टेडियम का नाम भी बदल दिया गया है. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अब स्टेडियम का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रख दिया है. अब इसके बाद गुजरात से नाम बदलने की एक खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि वहां के मशहूर शहर अहमदाबाद का भी नाम बदलने की कार्यवाही शुरू हो गई है.
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया, ‘लंबे समय से अहमदाबाद का नाम बदलने की मांग हो रही थी. लोगों की मांग थी कि इस शहर का नाम कर्णावती रखा जाए. लोगों की सहमति होने पर हम ऐसा करने को तैयार हैं. अहमदाबाद के लोगों को कर्णावती नाम पसंद है. उचित समय आने पर अहमदाबाद का नाम बदल दिया जाएगा.’
Since long, there's been demand to change name of Ahmedabad&rename it as Karnavati. If we get people's support for legal process, we're ready to change its name. People of Ahmedabad like the name Karnavati. Whenever time is appropriate we'll change it: Nitinbhai Patel,BJP (06.11) pic.twitter.com/mQtNvx7oE7
— ANI (@ANI) November 7, 2018
पिछले महीने ही 15 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया है. सत्ता में आने के बाद योगी सरकार ने ऐसा करने का वादा किया था. संत समाज ने भी प्रयागराज नाम करने के समर्थन में आवाज बुलंद की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस घोषणा को अमलीजामा पहनाया. बता दें कि पिछले दिनों बिहार से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बख्तियारपुर का भी नाम बदलने की पैरवी की थी. इस चक्कर में बीजेपी और जद यू में काफी खींचतान भी हुई थी. उधर दिल्ली में केंद्र सरकार ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर लोककल्याण मार्ग रख दिया है.
अहमदाबाद नाम क्यों पड़ा
अहमदाबाद गुजरात का सबसे बड़ा शहर है. 1970 में गांधीनगर राजधानी स्थानांतरित होने के पहले अहमदाबाद ही गुजरात की राजधानी था. अहमदाबाद को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है. इस शहार की बुनियाद सन 1411 में डाली गयी थी. शहर का नाम सुलतान अहमद शाह पर पड़ा था.