Advertisment

तीन साल पुराने दंगा मामले में हार्दिक पटेल गिरफ्तार, ऐसे पकड़े गए कांग्रेस नेता

गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को तीन साल पुराने दंगा मामले में शुक्रवार को मोरबी जिले में अदालत के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया.

author-image
Deepak Pandey
New Update
hardik patel

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को तीन साल पुराने दंगा मामले में शुक्रवार को मोरबी जिले में अदालत के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया. वह एक मामले पर सुनवाई में पेश होने के लिए मोरबी में थे. अधिकारियों ने कहा कि पटेल को यहां रमोल थाने में दर्ज तीन साल पुराने दंगा मामले में गिरफ्तार किया गया है. मोरबी जिले के टंकारा कस्बे में मजिस्ट्रेट अदालत से बाहर निकलते ही पटेल को रमोल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

यह भी पढे़ंःकोरोना वायरस का खौफ राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा, रामनाथ कोविंद कराएंगे मेडिकल चेकअप

निरीक्षक के एस दवे ने कहा कि अहमदाबाद की एक अदालत ने पटेल के खिलाफ मार्च 2017 में दर्ज दंगा मामले में गैर-जमानती वारंट जारी किया था, जिसके बाद हमने टंकारा में अदालत के बाहर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. भाजपा पार्षद परेश पटेल ने हार्दिक और अन्य लोगों पर घर में घुसने और दंगा करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी. प्राथमिकी उस समय दर्ज कराई गई थी जब पटेल पाटीदारों को आरक्षण देने की मांग को लेकर चलाये जा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे.

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को चार दिन बाद मिली जमानत

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को पिछले दिनों 2015 के राजद्रोह मामले में निचली अदालत में उपस्थित नहीं होने पर गिरफ्तार होने के चार दिन बाद जमानत मिल गई थी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश बीजी गणात्रा ने हार्दिक पटेल को इस शर्त पर जमानत दी कि वह अदालती कार्यवाही में सहयोग करेंगे और जब तक कोई वाजिब कारण नहीं होगा तब तक स्थगन नहीं लेंगे. अदालत 24 जनवरी को राजद्रोह के मामले की अगली सुनवाई करेगी.

पिछले शनिवार को न्यायाधीश गणात्रा ने पाटीदार नेता के सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं होने पर हार्दिक पटेल के खिलाफ सरकार की याचिका स्वीकार करते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इसके बाद अहमदाबाद जिले के वीरमगाम से जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अदालत ने पाया था कि पटेल सुनावई के दौरान सहयोग न करके अपनी जमानत की शर्तों की अवज्ञा कर रहे थे. अहमदाबाद में 25 अगस्त 2015 को पटेल समुदाय की एक रैली के दौरान हिंसा भड़कने के बाद स्थानीय अपराध शाखा ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर पटेल को पहले भी गिरफ्तार किया था.

यह भी पढे़ंःशिवराज सिंह चौहान की ओर से BJP MLAs के लिए आयोजित रात्रि भोज रद्द, अब इस दिन होगी विधायक दल की बैठक

बता दें कि कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को गुजरात स्थित विरमगांव के पास हासलपूर से गिरफ्तार कर लिया गया है. उनको राजद्रोह के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में कोर्ट ने हार्दिक पटेल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था और 24 जनवरी को हाजिर होने को कहा था. हालांकि, उनको पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है. कोर्ट ने हार्दिक पटेल को 24 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

अहमदाबाद की एक अदालत ने कांग्रेस में शामिल हो चुके पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के पूर्व संयोजक हार्दिक पटेल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. अदालत ने सुनवाई के दौरान बारबार गैरमौजूद रहने के कारण ऐसा किया है. गैर जमानती वारंट जारी होने पर पुलिस ने हार्दिक पटेल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उसे 24 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

gujarat Congress Leader Hardik Patel Hardik Patel arrested
Advertisment
Advertisment
Advertisment