कांग्रेस पार्टी लगातार असफलताओं के बाद लंबी नींद से जागती नजर आ रही है. पार्टी के राज्य नेतृत्व ने एजेंडे को आगे बढ़ाने में विफल रहने के लिए नेताओं को उनके पदों से मुक्त करना शुरू कर दिया है. हाल ही में, तालुका समिति के 30 अध्यक्षों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया. उनके रिपोर्ट कार्ड व्यक्तिगत या सामाजिक कारणों से नकारात्मक थे.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि पद से बर्खास्त किए गए नेता नियमित रूप से पार्टी की बैठक नहीं बुला रहे थे और न ही स्थानीय स्तर पर पार्टी द्वारा दिए गए कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे थे. इसके अलावा, वह जनमित्र सदस्यता अभियान को पंजीकृत करने में विफल रहे और लोगों के मुद्दों को उठाने में भी नाकाम रहे. दोशी ने कहा, न केवल तालुका नेताओं, चार जिला स्तरीय पदाधिकारियों और 10 से 15 राज्य स्तरीय पदाधिकारियों के काम की समीक्षा की गई और उन्हें चेतावनी दी गई कि या तो अपने काम में सुधार करें या पद छोड़ने के लिए तैयार हो जाएं.
महिसागर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश पटेल ने कहा कि अब जिला स्तर के नेताओं ने लुनवाड़ा तालुका समिति के अध्यक्ष को बदलने के साथ गैर-निष्पादित पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. पटेल का मानना है कि अगर ऐसी कार्रवाई जारी रही तो कार्यकर्ताओं और नेताओं से काम लिया जाएगा.
हालांकि, सभी नेता इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार नहीं थे. वलसाड जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश पटेल ने संपर्क करने पर फोन काट दिया, जबकि कुछ नेतओं ने सूचना इकट्ठा करने के लिए समय की मांग की है.
Source : IANS