गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मुखर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गांधीनगर में रैली की इजाजत नहीं मिलने पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रशासन ने बीजेपी के दबाव में आकर रैलियां रद्द कर दी। हार्दिक पटेल ने कहा, 'आचारसंहिता लगने के बाद भी सत्ता का हुकुम चलता हैं? आज मेरी गांधीनगर में जनसभा है।'
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के अध्यक्ष पटेल ने कहा, 'कलेक्टर ने जनसभा की इजाजत दी थी, लेकिन बीजेपी के प्रेशर से जनसभा की इजाज़त केन्सल कर दी !! SRP से लेकर पुलिस को भी मैदान में उतार दिया है। आज की जनसभा में हज़ारों की तादाद में जनता आनेवाली हैं।'
हार्दिक ने कहा, 'गांधीनगर जिला SP ने बोला की जितने भी लोग आएंगे सभी को अरेस्ट किया जाएगा, जनसभा में जो भी चीज का उपयोग होगा सभी चीज पुलिस के अंडर में ली जाएगी!! क्या हो रहा है गुजरात में कुछ समझ नहीं आ रहा,पुलिस का गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।'
उन्होंने कहा, 'गांधीनगर में होने वाली अधिकार जनसभा से बीजेपी डर गई हैं। जनता में आक्रोश है। बीजेपी पुलिस को साथ रखकर जनता पर गुंडागर्दी कर रही है।'
आपको बता दें कि हार्दिक कथित सेक्स टेप में नाम आने के बाद पहली बड़ी गांधीनगर के मनसा में रैली करने वाले थे। हार्दिक पटेल पिछले दो साल से पटेल समाज के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी से आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
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कांग्रेस ने दावा किया है कि वह सत्ता में आई तो पाटीदारों को संवैधानिक रूप से आरक्षण दिया जाएगा। पीएएएस और कांग्रेस के बीच कई बैठकें हो चुकी है।
मनसा वही जगह है जहां 22 जुलाई 2015 को पाटीदार समुदाय के लोगों के साथ रैली करते हुए हार्दिक पटेल ने ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण देने की मांग की थी। मनसा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का गृह क्षेत्र भी है।
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Source : News Nation Bureau