गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हार्दिक पटेल के कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के फैसले के तत्काल बाद ही उनके दो करीबी नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए।
पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के कांग्रेस के साथ जाने की खबर के बीच उनके दो करीबी रहे रेशमा पटेल और वरुण पटेल बीजेपी में शामिल हो गए।
अहमदाबाद में रेशमा और वरुण ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। जिसके बाद उन्होंने पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया। वरुण ने बीजेपी का हाथ थामने के बाद हार्दिक पटेल को गद्दार बताया।
वहीं हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा, 'कनखजूराह के पैर टूट जाने के बावजूद भी कनखजुराह दौड़ेगा !! मेरें साथ जनता हैं।जनता का साथ है तब तक लड़ता रहूँगा !!'
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति(पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल से नाराजगी के बाद रेशमा और वरुण आंदोलन से अलग हो गए थे। आरक्षण की मांग को लेकर पिछले साल हुए पटेल आंदोलन के दौरान 14 लोगों की मौत हुई थी।
क्या कांग्रेस की तरफ जाएंगे हार्दिक?
कांग्रेस ने पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने का न्योता दिया है। जिसके बाद शनिवार को एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए हार्दिक ने कहा कि वह बीजेपी को हराने के लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ देंगे।
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इस बीच गुजरात की पिछड़ी जातियों के युवा नेता अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया है। ठाकोर के फैसले के बाद हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा, 'बेस्ट ऑफ लक अल्पेश ठाकोर।'
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Source : News Nation Bureau