Gujarat: गणपति का त्योहार खत्म हो चुका है. महराज जी अब अगले साल फिर से विराजेंगे. ये त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया है. भगवान गणपति को विघ्नहर्ता कहा जाता है. वो सबकी रक्षा करते हैं. भगवान गणेश एक छात्र के लिए जीवन रक्षक बनकर आए जिसके बाद उसकी दुनिया ही बदल गई. सूरत का एक छात्र गणपति के दर्शन करने और विसर्जन देखने समुद्र तट पर गया. यहां वो गलती से गहरे समुद्र में चला गया. पूरे परिवार ने उसे मरा हुआ मान लिया था. लेकिन, उसके साथ जो चमत्कार हुआ उसके बाद परिवारवालों को विश्वास नहीं हो रहा है.
गणपति का हुआ चमत्कार
दरअसल, ये पूरा मामला गुजरात के सूरत का है. यहां पांचवीं का छात्र भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए समुद्र तट पर एक मंदिर गया. यहां दर्शन के बाद वो विसर्जन देखने रूक गया. लेकिन इस दौरान उसका पांव फिसला और गहरे पानी में चला गया. पारिवार वालों को सूचना मिलने के बाद उसे ढूंढ़ने समुद्र तट पर गए लेकिन कुछ पता नहीं चला. सबने ये मान लिया की समुद्र में डूबने की वजह से उसकी मौत हो गई है. लेकिन दूसरे दिन लखन सही सलामात घर पहुंचा तो ये देखकर हैरान हो गए.
मछुआरों ने बचाई जान
लखन ने बताया कि जब वो पानी में गिरा और जब समुद्र में जाने लगा तो उसे गणेश मूर्ति मिल गई जिसे उसने मजबूती से पकड़ लिया. वो इस तरह वो 1 दिन रहा लेकिन दूसरे दिन उसने देखा कि कुछ मछुआरे वहां से जा रहे थे. जिसके बाद उसने आवाज लगाई और हाथों से इशारा किया. ये देखने के बाद मछुआरों ने बच्चे को निकाला और नाव में बैठा ली. समुद्र तट पर पहुंचने के बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी.
36 घंटे बाद मिला बच्चा
सूचना मिलने के बाद पुलिस और डॉक्टरों की टीम तट पर पहुंच गई. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया. पुलिस ने बच्चे मिलने की सूचना लखन के परिजनों को दी. जिसके बाद मानों परिवारों को रेगिस्तान में पानी मिलने जैसे खुशी मिल गई. जो परिवार गम में रो रहा था वो भागता हुआ खुशी से अस्पताल पहुंच गया. बच्चें को 36 घंटे बाद देखकर परिजनों को खुशी के आंसू निकल आए और भगवान का शुक्रिया कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau