प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi in Gujarat ) अपने गुजरात दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री ने आज यानी शनिवार को पंचमहल ज़िले के पावागढ़ पहाड़ी ( Pavagadh hill ) पर पुनर्विकसित कालिका माता मंदिर ( Kalika Mata temple ) का दौरा किया और मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौज़ूद थे. इससे पहले पीएम मोदी ने गांधीनगर पहुंचकर आज अपनी मां हीराबेन मोदी से उनके जन्मदिन पर उनके आवास पर मुलाकात की. हीराबेन मोदी आज अपने जीवन के 100वें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं.
Gujarat | Prime Minister Narendra Modi inaugurates the redeveloped Kalika Mata temple atop the Pavagadh hill in Panchmahal district. CM Bhupendra Patel also present with the Prime Minister. pic.twitter.com/o1YEeD1p5a
— ANI (@ANI) June 18, 2022
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सपना जब संकल्प बन जाता है और संकल्प जब सिद्धि के रूप में नजर के सामने होता है. इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। आज का ये पल मेरे अंतर्मन को विशेष आनंद से भर देता है, कल्पना कर सकते हैं कि 5 शताब्दी के बाद और आजादी के 75 साल के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी. आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है. ये पल हमें प्रेरणा और ऊर्जा देता है और हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आज सदियों बाद पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से मंदिर के शिखर पर ध्वज फहरा रहा है. ये शिखर ध्वज केवल हमारी आस्था और आध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है! ये शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं, युग बदलते हैं, लेकिन आस्था का शिखर शाश्वत रहता है. अयोध्या में आपने देखा कि भव्य राम मंदिर आकार ले रहा है, काशी में विश्वनाथ धाम हो या मेरे केदार बाबा का धाम हो. आज भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव पुनर्स्थापित हो रहे हैं. आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ साथ अपनी प्राचीन पहचान को भी जी रहा है, उन पर गर्व कर रहा है.
आज भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव फिर से स्थापित हो रहे हैं। आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ-साथ अपनी प्राचीन धरोहर और प्राचीन पहचान को उसी उमंग और उत्साह के साथ जी रहा है। हर भारतीय उसपर गर्व कर रहा है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/TT3MWRJWXM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 18, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये अवसर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का भी प्रतीक है। अभी मुझे मां काली मंदिर में ध्वजारोहण और पूजा-अर्चना का भी अवसर मिला है. मां काली का आशीर्वाद लेकर विवेकानंद जी जनसेवा से प्रभुसेवा में लीन हो गए थे. मां, मुझे भी आशीर्वाद दो कि मैं और अधिक ऊर्जा के साथ, और अधिक त्याग और समर्पण के साथ देश के जन-जन का सेवक बनकर उनकी सेवा करता रहूं. मंदिर का पुनर्निर्माण 2 चरणों में किया गया है. इसके पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने अप्रैल, 2022 में किया था. वहीं, इस कार्यक्रम में दूसरे चरण के तहत पुनर्निर्मित जिस हिस्से का उद्घाटन किया जाना है, उसका शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 2017 में किया था. इसमें मंदिर के आधार का विस्तार और तीन स्तरों पर 'परिसर', स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी प्रणाली जैसी सुविधाएं शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- 5 शताब्दी के बाद और आजादी के 75 साल के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी
- आज का ये अवसर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का भी प्रतीक है
- आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ साथ अपनी प्राचीन पहचान को भी जी रहा है