2018 गुजरात विधानसभा चुनाव से चर्चा में आए जिग्नेश मेवाणी आज देश के जाने-माने नेता बन चुके हैं. एक मजबूत दलित नेता के रूप में देशभर में अपनी पहचान बना चुके जिग्नेश मेवाणी गुजरात के वडगाम के विधायक हैं. 14 फरवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद से देश भर के लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही देशभर की मीडिया भी इस हमले की जमकर निंदा कर रही है.
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इसी मसले पर जिग्नेश मेवाणी ने सोमवार को एक ट्वीट किया. मेवाणी ने लिखा, 'आतंकवाद के मामले में दलितों से सीखें. भारत में हर रोज 4 दलितों की हत्या होती है, 3 दलित बहनों पर बलात्कार होते हैं, हर 18 मिनट पर एक या दूसरे प्रकार की एट्रोसिटी (क्रूरता) होती है. लेकिन फिर भी दलितों ने कभी यह नहीं कहा कि खून का बदला खून. टीवी चैनलों के प्रभाव में आकर उन्मादी न बनें, प्लीज.''
दोपहर 12.25 बजे किए गए इस ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 6.7 हजार से ज्यादा लोगों ने पसंद किया है. जबकि मेवाणी के इस ट्वीट को डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है और 1100 से ज्यादा लोगों ने इस ट्वीट पर अपने विचार रखे हैं. जिग्नेश मेवाणी के इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने उन्हें काफी भद्दी-भद्दी गालियां भी दी हैं. एक यूजर ने लिखा, 'घटिया इंसान से अच्छी बात की उम्मीद कभी नहीं की जा सकती.'
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एक यूजर ने जिग्नेश मेवाणी पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया है. मेवाणी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा, ' शहीद जवानों हम शर्मिंदा हैं..अफजल समर्थक अभी जिंदा है.' इतना ही नहीं, लोगों ने मेवाणी के इस ट्वीट पर इतनी घटिया और गंदी गालियां दी हैं, जिनका यहां जिक्र भी नहीं किया जा सकता है.
Source : Sunil Chaurasia