गुजरात के कच्छ जिले में बड़ा हादसा हो गया. यहां कांडला में इमामी एग्रो प्लांट में एक सुपरवाइजर समेत 5 कर्मचारियों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि केमिकल टैंक की सफाई करते वक्त ये दुर्घटना हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मौत की वजह केमिकल टैंक से निकलने वाला जहरीला धुआं माना जा रहा है.
कैसे घटना के शिकार हुए कर्मी
पुलिस अधिकारी ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों में चार प्रवासी मजदूर थे, जबकि एक पाटन जिले का निवासी था. ये रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना बुधवार सुबह की बतायी जा रही है. हादसे वाले दिन कर्मी एक तेल टैंक की सफाई करने के लिए अंदर चले गए थे.पुलिस और फैक्ट्री इंस्पेक्टर दोनों ने जांच शुरू कर दी है.
सफाई करने के दौरान हादसा
बता दें कि गुजरात के कांडला स्थित इमामी एग्रोटेक प्लांट में खाद्य तेल, बायोडीजल, रिफाइंड पाम, सोयाबीन तेल और वनस्पति घी का उत्पादन होता है. इसकी उत्पादन क्षमता 3,200 टन प्रतिदिन है. कच्छ (पूर्व) के पुलिस अधीक्षक सागर बागमार ने बताया कि यह घटना बुधवार को एग्रोटेक प्लांट में करीब 12:30 बजे उस वक्त घटी जब कर्मचारी अपशिष्ट उपचार संयंत्र की सफाई करने में व्यस्थ थे.
सामने आई मृतकों की पहचान
इस हृदयविदारक हादसे को लेकर एसपी बागमार ने बताया कि एक कर्मचारी कीचड़ निकालने के लिए टैंक में उतरा और बेहोश हो गया. जब दो अन्य कर्मचारी उसे बचाने के लिए दौड़े तो वे भी बेहोश हो गए. दो और कर्मचारी भी उसके पीछे-पीछे चले गए और सभी पांच लोगों की जान चली गई. मृतकों की पहचान सिद्धार्थ तिवारी, अजमत खान, आशीष गुप्ता, आशीष कुमार और संजय ठाकुर के रूप में हुई है.
लेबर डिपार्टमेंट पर गंभीर आरोप
एसपी ने आगे कहा कि यूं तो दुर्भाग्य से मौके पर ही उनकी मौत हो चुकी थी, लेकिन वहां मौजूद अन्य कर्मचारी उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल लेकर गए थे, जहां सभी पांचों को मृत घोषित कर दिया गया. लेकिन अब इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि खतरनाक काम करते समय कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया क्यों नहीं करवाई जाती है. उचित सुरक्षा उपायों की कमी पर व्यापक रूप से चर्चा होनी चाहिए. इसके अलावा कच्छ में लेबर डिपार्टमेंट पर भी सवाल उठ रहे हैं. गंभीर आरोप लगाया जा रहा है कि विभाग की वजह से पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी हैं.